भोपाल – मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल “इन्वेस्ट एमपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) 2025” के लिए पूरी तरह से तैयार है, जो 24-25 फरवरी को आयोजित की जाएगी। इस अवसर पर शहर को आधुनिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विशेष रूप से संवारा गया है। भोपाल के प्रसिद्ध बड़े तालाब में तैरता हुआ “इन्वेस्ट एमपी GIS” का लोगो भी खास आकर्षण बना हुआ है।
वैश्विक निवेशकों की बड़ी भागीदारी
इस समिट में दुनियाभर के 60 देशों के उद्योगपति, 13 देशों के राजदूत और 6 उच्चायुक्त शामिल होंगे। इसके अलावा, विश्व बैंक की भी महत्वपूर्ण भागीदारी होगी, जिसका नेतृत्व निदेशक ऑगस्टे टानो कौआमे करेंगे। साथ ही, विश्व निवेश संवर्धन एजेंसी (WAIPA) के उप कार्यकारी निदेशक दुष्यंत ठाकर भी इस आयोजन में भाग लेंगे।
मध्य प्रदेश में निवेश के लिए वैश्विक आकर्षण
राज्य सरकार ने इस समिट के जरिए मध्य प्रदेश में निवेश की असीम संभावनाओं को प्रस्तुत करने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यूके, जर्मनी और जापान सहित कई देशों में इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और निवेश रोड शो आयोजित किए, जिनके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। इन प्रयासों से कई वैश्विक कंपनियों ने मध्य प्रदेश में निवेश में रुचि दिखाई है।
शीर्ष अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की भागीदारी
समिट में निवेश और व्यापार को बढ़ावा देने वाली कई शीर्ष एजेंसियां शामिल होंगी, जिनमें प्रमुख हैं:
✅ जापान – JETRO
✅ जर्मनी – जर्मन ट्रेड एंड इन्वेस्ट
✅ कनाडा – इन्वेस्ट ओटावा
✅ इटली, ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया की प्रमुख संस्थाएं
इनकी भागीदारी से मध्य प्रदेश वैश्विक निवेश का प्रमुख केंद्र बनने की ओर अग्रसर होगा।
समिट को मिल रहा अंतरराष्ट्रीय समर्थन
इंडो-जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स (IGCC), जर्मन-इंडियन इनोवेशन कॉरिडोर (GIIC), सिंगापुर इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SICCI), इंडो-पोलिश चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (IPCCI) और इंडिया-जिबूती चैंबर ऑफ कॉमर्स (IDCC) जैसे संगठनों ने इस समिट को अपना समर्थन दिया है। इनके अलावा, जिम्बाब्वे के उद्योग एवं वाणिज्य उप मंत्री, राज मोदी भी इसमें भाग लेंगे।
मध्य प्रदेश बनेगा निवेश का हॉटस्पॉट!
इस भव्य आयोजन से मध्य प्रदेश के औद्योगिक और आर्थिक विकास को नई दिशा मिलेगी। अंतरराष्ट्रीय निवेशकों और उद्योगपतियों की उपस्थिति राज्य को वैश्विक निवेश का प्रमुख केंद्र बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।