आज सोशल मीडिया पर अनेकों पोस्ट ऐसे देखने को मिल जाती हैं जिसमें ब्राह्मणों को कहा जाता है सरकार ने यह नहीं किया इस सरकार ने यह नहीं किया और भाजपा सरकार ब्राह्मण विरोधी है यह बहुत ही कॉमन हो चुका है प्रत्येक महा कुछ ना कुछ ऐसे पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल किए जाते हैं जिससे ब्राह्मण भाजपा के विरोधी हो जाएं।
एक ब्राह्मण भाई ने ब्राह्मणों को जगाते हुए एक लेख लिखा है वह तथ्यों पर आधारित है आप उसे अवश्य पढ़ें और मंथन करें कि क्या किसी भी बदमाश का कोई धर्म या जाति होती है या उसका समर्थन जाति देख कर करना उचित है।
एक था मुन्ना बजरंगी, जाति से क्षत्रिय था। पहले राजा भैया के साथ भी रहा लेकिन फिर मुख्तार अंसारी का दाहिना हाथ हो गया। दाहिना हाथ इसलिए हो गया, क्योंकि उसने मुख्तार के इशारे पर कट्टर ब्राह्मण विधायक “कृष्णानंद रॉय” की हत्या की थी।
हत्या भी ऐसी वैसी नही, पूरे काफिले को घेर कर गोलिया मारी गयी। विधायक की लाश पुलिया में मिली थी, शरीर मे 400 गोलियां थी और “चोटी कटी” हुई थी। मारना तो ठीक था लेकिन चोटी काटने का क्या उद्देश्य था? कहा तो ये जाता है कि वो चोटी ले जाकर मुख्तार अंसारी के पैरों में रखी थी मुन्ना ने। क्योंकि “कृष्णानंद कट्टर हिन्दू” थे और सदैव मुख्तार के वर्चस्व को चुनौती देते थे।
भाजपा की सरकार आयी, योगी जी CM बने और जेल में ही मुन्ना बजरंगी मारा गया। मैं तो योगी जी को क्षत्रिय होकर भी ब्राह्मण कृष्णानंद की हत्या का बदला एक अधर्मी क्षत्रिय को मारकर लेने वाला धर्मनिष्ठ मानता हूँ।
विकाश दुबे जिसने ब्राह्मणों के हत्या किये, एक ब्राह्मण की ही रिपोर्ट पर एक ब्राह्मण अधिकारी उसे गिरफ्तार करने गए जिनको उसने मार दिया। 10 साल से सपा में था तो स्वाभाविक है की बुद्धि तो भ्रष्ट होगी ही। चलो कोई एक काम बताओ जो विकास दुबे ने ब्राह्मण उत्थान के लिए किया हो?
शायद यही कलयुग है।
दुनिया भर को ज्ञान से रूबरू कराने वाले हम ब्राह्मण अपने स्वार्थ में आज इतने पतित हो गए कि एक कांग्रेसी नेता उदित राज ब्राह्मणों को सुअर कह जाता है लेकिन हमे कोई फर्क नही पड़ता।
एक ब्राह्मण कि चोटी काटकर एक मुस्लिम बाहुबली के पैरों में रखी जाती है, हमे कोई फर्क नही पड़ा था।
बस हम योगी जी को गरियाएँगे क्योंकि उनकी पुलिस ने एक विधर्मी को मार दिया??
नोट – विकास दुबे को किसी जाति से न जोड़ा जाए, ये एक षड्यंत्र है जो हिन्दूओ का विघटन करने के लिए तैयार की गई है आपस में लड़वाने को, जो ब्राह्मणों को गाली देने है वो भेड़िए आज ब्राह्मणों के हितैषी बनने का ढोंग कर रहे है,
कृप्या सावधान रहें चर्चाओं में उसे ब्राम्हण कहकर संबोधित न किया जाए
केवल उनके लिए जो विकास दुबे को हीरो और योगी जी को ब्राह्मण विरोधी बना के पेश कर रहे हैं
आप ब्राह्मण विरोधी योगी जी को 2022 मे उत्तर दे दीजिएगा क्योकि उनके सलाहकार ब्राह्मण है।
आप योगी जी को 2022 मे उत्तर दे दीजिएगा क्योकि यूपी का प्रशासनिक कमान इन्होंने एक ब्राह्मण के हाथो मे दिया है।
आप योगी जी को 2022 मे उत्तर दे दीजिएगा क्योकि इनके लगभग 9 मंत्री ब्राह्मण है।
आप योगी जी को 2022 मे उत्तर दे दीजिएगा क्योकि इनके बगल मे बैठने वाले डिप्टी CM ब्राह्मण है।
और ऐसा आप करेगे भी किसके लिए, जिस विकास दुबे ने अपने चाचा के लड़के को नही बक्शा।
आप किसके लिए योगी जी को सबक सिखाने की बात कर रहे है जिस विकास दुबे ने अपने गुरु को तड़पा- तड़पा के मार दिया।
आप किसके लिए कानून व्ययवस्था की बात कर रहे है जिसने कानून के सामने एक ब्राह्मण मंत्री की हत्या कर दी।
आप किसके लिए संवेदना जता रहे है जिसने देवेंद्र मिश्र सहीत 8 पुलिस वालो की बर्बरता से हत्या कर दिया
विकास दुबे द्वार मारे गए ये सभी लोग ब्राह्मण थे हमारे धर्म मे ब्राह्मण को पूजनीय माना जाता है हर पूजनीय का कर्तव्य है समाजहित देशहित के कार्य करने वाले को आशीर्वाद देना,
परन्तु कोई बात नही उखाड़ के फेक दीजिएगा योगी को 2022 मे सत्ता से और बचा लीजिएगा अपना ब्राह्मणत्व!
हम अपने मुख्यमंत्री के साथ है और रहेगे
वंदे मातरम
जय श्री राम