चंडीगढ़ : पंजाब विश्वविद्यालय के महिला छात्रावास नंबर 6 में छात्राओं द्वारा बाबा साहब डॉ. भीम राव अंबेडकर जी की जयंती का आयोजन धूमधाम से किया, छात्राओं ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा के आगे दीप प्रज्वलित किए एवं पुष्प अर्पित करके उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की ।
वहां की वार्डन डॉ मनीषा शर्मा और महिला छात्रावास नंबर 3 की वार्डन डॉ रवनीत कौर ने इस समारोह में बढ़ चढ़कर भाग लिया , दोनों वार्डन ने अंबेडकर जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की एवं विद्यार्थियों को संबोधित किया।
डॉ मनीषा शर्मा (वार्डन जीएच-6) ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए सबसे पहले इस आयोजन का अवसर देने के लिए कुलपति को धन्यवाद दिया। डॉ. मनीषा शर्मा ने बताया कि बाबा साहब डॉ. भीम राव अम्बेडकर ने देश को एक प्रगतिशील संविधान देकर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की नींव रखी। जिसमें सभी जाति, समुदाय, वर्ग, भाषा, प्रान्त इत्यादि के लिए सम्मान अधिकारों को सुनिश्चित किया जा सके। बाबा साहब ने अपना सारा जीवन वंचितों दलितों के लिए संघर्ष किया और सभी को समान अधिकार दिलाने के लिए कार्य किये। डॉ मनीषा ने कहा की डॉ. बी.आर. अम्बेडकर का योगदान न केवल समाज के लिए बल्कि हमारी मातृभाषाओं के लिए भी था। उन्होंने सभी छात्रों और वार्डन को धन्यवाद दिया और छात्रों को अपने शहर के आसपास के सामाजिक कार्यों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए , छात्रावास की शोध छात्र डिंपल ने बताया कि बाबा साहब हिप के कारण ही आज महिलाओं को सभी क्षेत्रों में समान रूप से अधिकार मिल रहे हैं, उन्होंने जो समानता का अधिकार हम सबको दिया वह एक अद्भुत कार्य था। हम सभी को समाज में समरसता लाने के लिए कार्य करना चाहिए
अन्य छात्र आभा ने बताया कि उन्होंने अपने पूरे जीवन में बहुत से संकटों का सामना किया वह हम सबके लिए प्रेरणा समान है कि इतना सब कुछ होने के बाद भी उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की, उनकी जीवनी हम सभी को करनी चाहिए और हम सभी के लिए वह प्रेरणा स्त्रोत है, उनका जीवन हम सभी के लिए मार्गदर्शक के रूप में कार्य करती है
विधि की छात्र सृष्टि जैन ने बताया कि कैसे एक व्यक्ति जिसने हमारे देश के लिए इतना कुछ किया उसने अपने शुरुआती दिनों में कई अत्याचार सहे थे। लेकिन समानता और भाईचारे में उनके विश्वास ने इस देश में क्रांति ला दी।
डॉ मनीषा शर्मा ने पंजाब विश्वविद्यालय की डीन स्टूडेंट वेलफेयर विमेन प्रोफेसर मीना शर्मा द्वारा दिए गए मार्गदर्शन के लिए उनका धन्यवाद व्यक्त किया एवं कार्यक्रम में पहुंचे सभी विद्यार्थियों को बाबा साहब अंबेडकर के बताए गए मार्ग पर चलने का आग्रह किया