17 नवम्बर 2021- धरती को बंजर बनाने वाले प्लास्टिक कैरी बैग के कचरे से अब हरियाबल पंजाब ज्ञान का प्रकाश बिखेरेगा। हरियावल पंजाब की प्लास्टिक मुक्त पंजाब मुहिम में अब स्वर साम्राज्ञी अनुराधा पौडवाल का साथ मिलने के बाद हरियावल पंजाब ने इस मुहिम पर तेजी के साथ काम करते हुए ये अभियान जन-जन तक पहुंचाने का फैसला लिया है।
यह जानकारी हरियावल पंजाब के प्रभारी रामगोपाल ने मीडिया से वार्ता करते हुए दी। हाल ही में चंडीगढ़ में पोस्ट ग्रेजुएट कालेज सेक्टर 46 में एनसीसी विंग की पालीथिन मुक्त भारत कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अनुराधा पौडवाल ने हिस्सा लिया था।इस कार्यक्रम में अनुराधा पौडवाल ने खुलासा किया था कि वे नांदेड़ में एेसे ही कुछ प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं, लोगों से घरों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों से निकलने वाले प्लास्टिक कैरीबैग को खरीदते हैं, बाद में उसका दाना बनाकर बाजार में बेचते हैं, खरीद व बिक्री से होने वाली आमदनी को आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की पढ़ाई में खर्च किया जाता है।इस कार्य में वहीं की स्थानीय निकाय महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। पौड़वाल के इस खुलासे के बाद हरियावल पंजाब के प्रभारी रामगोपाल ने उन्हें पंजाब में इस प्रोजेक्ट में साथ आने का आग्रह किया।अनुराधा पौडवाल ने इस आग्रह को सहर्ष स्वीकार करते हुए भरोसा दिया है कि हरियावल पंजाब जब भी उन्हें इस प्रोजेक्ट के लिए बुलाएगा वे आएंगी।
हरियावल पंजाब के संयोजक रामगोपाल ने बताया कि प्रख्ताय गायिका अनुराधा पौडवाल के इस प्रोजेक्ट से जुड़ने के बाद हरियावल पंजाब अब प्लास्टिक मुक्त पंजाब अभियान को तेजी से चलाते हुए जन जन से जोड़ने का प्रयास करेगा, निकायों को भी प्लास्टिक खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, साथ ही समाजसेवी संस्थाओं को प्लास्टिक दाने बनाने की मशीन लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, ये मशीन बहुत कम लागत में लग जाती है,जबकि आय काफी ज्यादा होती है। ऐसे में प्लास्टिक कैरी बैग का कचरा आय का बड़ा साधन बन सकता है वहीं समाजसेवा ही साधन बन सकता है।
संयोजक रामगोपाल ने कहा कि इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगे, लोगों को प्रेरित करेंगे कि वे अपने घर में आने वाले प्लास्टिक कैरीबैग को कचरे में न फेकें, एकत्रित कर उसे बेचें, इस प्रयास से प्लास्टिक कैरीबैग को कचरे में जाने से बचा सकेगा, यही कचरा जमीन को बंजर बनाने के साथ ही सीवरेज लाइनों को चौक करता है।अभियान से लोग जुड़ेंगे तो एक साथ जहां कहीं समस्याएं हल होंगी वहीं समाज के कमजोर वर्ग के लोगों की मदद हो सकेगी, उनके जीवन में ज्ञान का उजियारा हो सकेगा।