अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अंतरराष्ट्रीय नादयोग गुरू नवदीप जोशी ने केदारनाथ में योग अभ्यास कराते हुए कहा कि योग भारत की पौराणिक परंपरा की अमूल्य धरोहर है. यह तन और मन की एकता का प्रतीक है; विचार और कार्य; संयम और आवश्यकता; व्यष्टि और समष्टि के बीच सामंजस्य; मानवता के कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण है. इसको केवल शारीरिक व्यायाम नही कहा जा सकता । यह मन को शांत कर, बुद्धि को उच्चचेतना से जोड़कर विश्व बंधुत्व भावना से कार्य करने की प्रेरणा देता है ।
यह कार्यक्रम मत्स्य विभाग, भारत सरकार एवं नवयोग सूर्योदय सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित किया ।केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की , 2 दिनों से केदारनाथ धाम में वर्षा एवम बर्फ गिरने पर भी योग साधकों के उत्साह में कोई कमी नही आई।
6 डिग्री सेल्सियस तापमान में नवयोग साधक, पतंजलि योग पीठ के सदस्य, मंदिर समिति के सदस्य, गुरुकुल कांगड़ी और आईटीबीपी के जवानों ने केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के साथ योग किया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय राज्य मंत्री डा. संजीव कुमार बालियान, सचिव मत्स्य पालन संजीव कुमार, अपर सचिव मत्स्य पालन भारत सरकार सागर मेहरा, ज्वाइंट सेक्रेटरी शंकर लक्ष्मण,विधायक शैला रानी रावत, सचिव पशुपालन डा. वीवीआरसी पुरुषोतम, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, निदेशक मत्स्य पालन डा.नियति जोशी, डॉ सुनील श्रीवास, योगाचार्य सेतवान , मोनिका, प्रतीक्षा, धर्मेंद्र, शिवानी, पल्लवी, साहिल आदि योग शिक्षकों के रूप में सेवाएं दी ।