यूपी का जनसंख्या बिल वाला ड्राफ्ट अभी यूपी के विधि आयोग ने बनाया है… और कानून बनाने से पहले योगी जी ने ड्राफ्ट पर सुझाव मांगे हैं लेकिन इस ड्राफ्ट में तीन बड़ी कमियां हैं जो हिंदू धर्म के लिए विनाशक साबित होंगी…
पहली कमी… ड्राफ्ट में ये कहा गया है कि गरीबी रेखा से नीचे वाले दंपति अगर एक बेटी करेंगे तो उनको एक लाख रुपए का इंसेटिव मिलेगा और अगर बेटा करेंगे तो उनको 80 हजार का इंसेटिव मिलेगा… इससे नुकसान ये होगा कि दरअसल वो गरीब हिंदू जो 2 से ज्यादा बच्चा पैदा करके मुसलमान आबादी के साथ बैलेंस बनाता है और कम से कम हिंदुओं की बर्थ रेट को 2.0 तक ले जाता है (ये भी मुसलमानों के बर्थ रेट 2.5 से कम ही है) वो नहीं हो पाएगा । इससे हिंदुओं का बर्थ रेट 1.2 हो जाएगा और हिंदू समाज 20 साल बाद पूरी तरह से बूढा हो जाएगा क्योंकि एक जवान पर दो मां बाप होंगे जो कि बुजुर्ग होंगे… जैसे चीन आज बूढा हो गया है और उसको वन चाइल्ड पॉलिसी वापस लेनी पड़ी है । दूसरी तरफ हिंदुओं का गरीब तबका जहादियों से गली मुहल्लों में खुलकर मोर्चा लेता है और जब आप उनके बच्चे पैदा करने पर ही रोक लगा देंगे तो कोई लड़ने वाला बचेगा ही नहीं और इस तरह जहादियों को खुला मैदान मिल जाएगा
दूसरी कमी… ड्राफ्ट में एससी और एसटी यानी दलित और आदिवासियों को भी जनसंख्या नियंत्रण के लिए कहा जा रहा है जो कि पूरी तरह से गलत है । एससी और एसटी को ये छूट दी जानी चाहिए कि वो ज्यादा बच्चे पैदा कर सकते हैं क्योंकि इससे एक खिड़की खुल जाएगी जिसके माध्यम से सनातनी जनसंख्या बढ़ती रहेगी जो कि अत्यंत आवश्यक है… असम में जो जनसंख्या कानून लाया गया है उसमें एससी एसटी और चाय बागान के मजदूरों को छूट देकर बहुत अच्छा कदम उठाया गया है । इससे एक और लाभ भी होगा अगर मीम वाले भीम वालों को दी गई इस छूट विरोध करते हैं तो मीम-भीम का झूठा नारा भी अपने आप ही एक्सपोज हो जाएगा ।
तीसरी कमी… सेना और अर्धसैनिक बलों मे शामिल होने वाले लोगों को जनसंख्या बिल वाले ड्राफ्ट से मुक्त रखना चाहिए क्योंकि ज्यादातर ये देखा जाता है कि बहुत से परिवारों में सेना में भर्ती होने की परंपरा होती है । अगर ये परिवार बच्चे कम पैदा करेंगे तो देश के बॉर्डर्स खतरे में पड़ जाएंगे बल्कि हमारा तो ये विचार है कि इससे कि सेना में वंशानुगत शामिल होने वाले परिवारों को तो ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए इंसेटिव मिलना चाहिए । इससे भी राष्ट्रभक्त आबादी बढने की एक खिड़की खुल जाएगी जिससे हिंदुओं की वीर जातियों की आबादी घटने नहीं पाएगी ।
और आखिरी बात ये कि हमें ये सब बातें इसलिए कहनी पड़ रही है कि जनसंख्या बिल के बाद भी जिहादियों के जनसंख्या जिहाद पर कोई रोक नहीं लगने वाली है जो हिंदुओं की बेटियां उठा ले जा रहे हैं वो क्या अपना एक जिहादी खाद्य नेटवर्क नहीं बना पाएंगे… तमाम जिहादी नेता और दुनिया के मुस्लिम देश मिलकर इतना चंदा तो दे ही देंगे कि यहां के जिहादी पांच पांच बच्चों को आराम से पाल ही लेंगे । इसीलिए मैं ये कह रहा हूं कि यूपी के जनसंख्या ड्राफ्ट में ये तीन कमियां जरूर कम होनी चाहिए । अगर ये तीन कमियां दूर हो गईं तो फिर शायद हिंदू मुस्लिम जनसंख्या का मौजूदा बैलेंस बरकरार रह सके । वरना हमारा बहुत जबरदस्त नुकसान हो जाएगा ।