चण्डीगढ़ : श्री खेड़ा शिव मंदिर सेक्टर 28 में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा संपन्न हुई। कथा व्यास आचार्य चंद्र शास्त्री जी ने भागवत जी की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भगवत जी कथा देवताओं के लिए भी दुर्लभ है। कथा सुनकर व्यक्ति अपना कल्याण तो करता ही है साथ में सुनने वाले के पितर भी प्रसन्न हो जाते हैं। धुन्धुकारी जैसा पापी भी इस कथा को सुनकर भगवद्स्वरूप हो गया अर्थात् परम पवित्र होकर सदा के लिए मुक्त हो गया। यदि कोई पवित्र भाव से इस कथा का श्रवण करता है उसे इस लोक के सारे सुख प्राप्त हो जाते हैं और परलोक में भी सुख मिलता है। कथा के समापन पर पवित्र अग्नि में आहुतियां अर्पित की गई। शास्त्री जी ने बताया कि हवन करने से वातावरण शुद्ध होता है और देवता प्रसन्न होते हैं। पूर्णाहुति के बाद आरती की गई एवं सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया।