पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री : ज्योतिष में कुछ ऐसे समीकरण और स्थितियां हैं जिन्हें अद्भुत रूप से सदा अपना फल देते पाया गया है….१.-मकर राशि का जातक जीवन में कम से कम एक बार भयंकर पतन जरूर झेलता है। २.-चतुर्थ मंगल जीवन को स्थिर नहीं होने देता, जातक सदा खुद को त्रिशंकु और खोखला सा महसूस करता है। ३.-मकर राशि में तीन से अधिक ग्रहों की युति व्यक्ति को जीवन में पराजित और कलंकित करती है। ४.-बृहस्पति चंद्र का परस्पर दशांतर नुक्सान और भय का फलित करता है। ५.-मंगल शुक्र की 6 डिग्री तक की युति अवैध संबंधों को दर्शाती है। ६.-मेष लग्न में धैर्य की भारी कमी होती है, इन्तजार इसके बस की बात नहीं। ७.-लग्नस्थ शनि जीवन को संघर्षमय बना देता है, आजीविका की चुनौतियां पिंड ही नहीं छोड़तीं। ८.-सप्तम बुध वाला जातक पारस पत्थर हो जाता है, दूसरों को तो सोना कर देता है पर खुद पत्थर ही रह जाता है। ९.-चंद्र के साथ जब राहु शनि या शनि मंगल युति करते हैं तो चिंताएं और तनाव जीवन भर पीछा ही नहीं छोड़ते…!!