दिलीप : कोरोना के समय में भारत सरकार ने देश के गरीबों को मुफ्त राशन देने की योजना बहुत लंबे अर्से से चला रही है
केंद्र की इस योजना का नाम है नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट… वैसे ये एक्ट पास हुआ था साल 2013 में जब सरकार यूपीए की थी और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे
क्योंकि 2013 में देश के ज्यादातर राज्यों में सरकारें बीजेपी की थीं इसलिए कांग्रेस को इस बात का डर था कि कहीं ऐसा ना हो कि राशन केंद्र से जाए और बीजेपी के राज्य इसे अपने नाम से चलवाकर फायदा लें इसीलिए कांग्रेस ने बहुत चालाकी से एक्ट में एक बात एड करवा दी थी
एक्ट में ये भी लिखा गया था कि राज्य इस योजना का नाम बदल ही नहीं सकते हैं , लेकिन आईआईटीएन अरविंद केजरीवाल का अनपढ़पना और फ्रॉड देखिए…. केंद्र की योजना का नाम बदलकर रख दिया… घर घर राशन योजना – पूरे देश में यही व्यवस्था है कि जब राशन दिया जाता है तो बायोमैट्रिक पहचान से दिया जाता है ताकी कोई व्यक्ति बार बार मुफ्त राशन लेकर घोटाला ना कर सके
– लेकिन दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने बहुत चालाकी से इस योजना का नाम ही बदल दिया… घर घर राशन योजना… जिसमें कहा गया कि दिल्ली के लोगों के घर में जाकर उनको सीधे दरवाजे पर राशन देंगे – अब सवाल ये है कि ऐसे में जब आप किसी को घर में जाकर राशन देंगे तो जो बायोमैट्रिक वाला रूल है वो तो खंडित हो जाएगा और इस तरह घोटाला करना भी आसान हो जाएगा
– यानी केजरीवाल ने ना सिर्फ घोटाले की कोशिश की बल्कि केंद्र की योजना का नाम ही बदल दिया जो एक्ट की भावना के ही खिलाफ है और ये एक्ट भी कांग्रेस ने ही बनवाया था इसका मोदी या अमित शाह से कोई लेना देना भी नहीं है
– लेकिन केजरीवाल ने सारा क्रेडिट खुद लेने के लिए ये सब तिकड़म रची… केजरीवाल की करतूतों पर पहले ही दिल्ली के हाईकोर्ट की जज रेखा पल्ली फटकार लगा चुकी हैं
– दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा था कि क्या केजरवाल की सरकार दिल्ली के गरीबों को भूखा मारना चाहती है… लेकिन इस फटकार के बाद भी केजरीवाल राजनीति से बाज नहीं आ रहे हैं
– यही नहीं एक वीडियो भी पूरे देश में वायरल हो रहा है जिसमें दिल्ली के स्कूलों में केंद्र के द्वारा लाया गया सारा अनाज कीड़ों के द्वारा सड़ा दिया गया है । केंद्र ने लॉकडाउन में दिल्ली के गरीबों के लिए गेहूं चावल नमक हल्दी मिर्च धनिया पाउडर के हजारों टन खाद्य सामग्री भेजी थी लेकिन ये सारी खाद्य सामग्री दिल्ली की सरकार संभाल ही नहीं पाई । सारी खाद्य सामग्री सड़ती जा रही है और इसको लेकर अब बीजेपी के कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल के खिलाफ केस भी दर्ज करवा रहे हैं
कुल मिलाकर दिल्ली वालों ने इतने फ्रॉड आदमी को मुख्यमंत्री चुन लिया है कि आज पूरी दिल्ली बुरी तरीके से पछता रही है… पता नहीं कहां चले गए वर्ल्ड क्लास मुहल्ला क्लीनिक…. पता नहीं कहां चला गया आम आदमी से किया गया सुशासन का वादा