ये अंबानी परिवार वाले वाकई में धनलक्ष्मी के हकदार हैं,पैसा इन जैसे महान विचार वाले लोगों के पास होना गर्व की बात है।
गर्व होता है जब एशिया का सबसे अमीर धनाढ्य परिवार अपनी बेटी की शादी अपने धर्म में ,अपने देश में ,अपने घर में करता है, और वर वधु को शुभाशीष के लिए निःशक्त, निर्धन, दिव्यागों को अपने हाथों से भोजन करवाता है।
उन निर्धनों, दिव्यांगों, ईश्वरीय रूपों के सामने एक अकूत अमीर आदमी व उसकी पत्नी को हाथ जोड़े खड़े देखकर अपनी सनातनी हिन्दू संस्कृति पर गर्व होता है।
ये वाकई अकूत धनलक्ष्मी के असली हकदार हैं। ये दृश्य उन बॉलीवुड के खिलाड़ियों, टटपुँजिया अमीर नेताओं के लिए एक सबक है, जो अपने विवाह विदेशों में जाकर करते हैं, वो कमाते खाते रहते भारत में है, मगर उन्हें हमारी संस्कृति व धरती की पवित्रता पर विश्वास नहीं है। इसीलिए कुछ सालों तक चलने वाली अस्थायी शादी भी वो विदेश में जाकर करते हैं।लाखो करोड़ो रूपये जो देश में कमाते हैं वो विदेश में शादी में खर्च करके विदेशी लोगों को मालामाल करके आते हैं।
https://www.youtube.com/watch?v=bwKs-uQOMKc&feature=youtu.be