सीआरपीएफ के 80वें वर्षगांठ समारोह के मौके पर मौजूद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने सीआरपीएफ परेड का निरीक्षण किया। कहा, पुलवामा हमले के शहीदों को देश नहीं भूलेगा
1939 में हुए सीआरपीएफ के गठन का आज 80वा स्थापना दिवस है। सीआरपीएफ हमारे देश के केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सबसे बड़ा माना जाता है जो गृह मंत्रालय के तहत काम करता है। सीआरपीएफ की प्राथमिक भूमिका पुलिस कार्रवाई में राज्य और संघ शासित प्रदेशों की सहायता, कानून-व्यवस्था और आतंकवाद विरोध में निहित है।
गुरुग्राम के कादरपुर में सीआरपीएफ के अधिकारियों की प्रशिक्षण अकादमी और ग्रुप सेंटर में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने परेड का निरीक्षण किया और जवानों को उनकी बहादुरी के लिए सम्मानित किया। सीआरपीएफ के जवानों को संबोधित करते हुए अजित डोभाल ने पुलवामा हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने आतंरिक सुरक्षा को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि किसी भी देश की मजबूती और विकास के लिए उसकी आतंरिक सुरक्षा सबसे अहम है।