प्रियंका राणा : सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर लंबे समय से विरोध चल रहा था। जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केंद्र द्वारा पेश किए गए तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का ऐलान किया और साथ ही विरोध करने वाले किसानों से अपना साल पुराना आंदोलन समाप्त करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि कानूनों को निरस्त करने की संवैधानिक प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी।
मोदी ने कहा कि उन्होंने अब तक पीएम के रूप में जो कुछ भी किया वह देश हित में है। उन्होंने कहा कि छोटे किसानों को सशक्त और मजबूत बनाने और किसानों की भलाई के लिए यह तीन कृषि कानून पेश किए गए थे। लेकिन हम किसानों को समझा नहीं सके इसलिए इन कानूनों को वापस ले रहे हैं।
ये तीन थे कृषि कानून
1. कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक 2020)
2. कृषक (सशक्तिकरण-संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक 2020
3.आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक 2020
इस ऐलान के बाद इसको कई किसानों की जीत वहीं कई इसको किसानों की हार बता रहे है। वहीं कई लोगों ने ट्विटर में इसका समर्थन किया तो कई ने इसको गलत बताया।
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किसानों के समर्थन में ट्वीट कर कहा कि हर एक किसान को मेरी हार्दिक बधाई, जो लगातार संघर्ष करते रहे और उस क्रूरता से विचलित नहीं हुए, जिसके साथ @BJP4India ने आपके साथ व्यवहार किया। यह आपकी जीत है!
इस लड़ाई में अपने प्रियजनों को खोने वाले सभी लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि , “देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो!
जय हिंद, जय हिंद का किसान!
वहीं अभिजीत ने ट्वीट कर कहा कि
समय से पहले जश्न न मनाएं।
समय से पहले शोक न करें।
हम नहीं जानते कि समय की धुंध के पीछे क्या इंतजार है।
जबकि अभी भी किसान नेता राकेश टिकैत धरने को लेकर अड़े हुए हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा जब तक संसद में कानून रद्द नहीं हो जाते
तब तक किसान आन्दोलन करता रहेगा।
#किसान_एकता_जिंदाबाद
मोदी के ऐलान करने के बाद से ही किसानों में खुशी की लहर दौड़ आई है। वहीं किसानों के बीच सेलिब्रेशन की धूम मची हुई है। हर घर मे खुशी मनाई जा रही है। गांव में डोल-बाजे बजाए जा रहे हैं और मिठाईयां बांटी जा रही हैं।