मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के खिलाफ जंग में अपने प्राणों की आहुति देने वाली कोरोना योद्धा स्व. हेमलता वर्मा की पुत्री कु. प्रीति वर्मा को 50 लाख रूपए की सहायता राशि का चैक सौंपा। मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना के तहत यह सहायता राशि दी गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रीति वर्मा को सरकारी नौकरी दिये जाने के संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी को इस आशय का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। ज्ञात हो कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती हेमलता वर्मा की ड्यूटी कोविड-19 के सर्वे कार्य में लगी थी। ड्यूटी के दौरान वे कोरोना से संक्रमित हो गई थी। ग्वालियर के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में इलाज के दौरान गत 28 जून को उनकी मृत्यु हो गई थी।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा करने शनिवार को मुरैना मुख्यालय पहुँचे। उन्होंने कहा कि मुरैना में कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण हो रहा है। पिछले एक सप्ताह में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है। इस स्थिति में स्थानीय प्रशासन पूरी सजगता से कार्य करें। कोरोना सेम्पलिंग में वृद्धि की जाये, जिससे समय रहते कोरोना संक्रमितों की पहचान की जाकर उनका समुचित उपचार पुख्ता रणनीति के साथ सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिये कि जिले की सीमा पर विशेष निगरानी रखी जाये, बिना स्क्रिनिंग के जिले की सीमा से किसी को न आने दिया जाये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुरैना मुख्यालय पर जिलास्तरीय संकट प्रबंधन समूह की बैठक में कोरोना नियंत्रण की समीक्षा की। बैठक में केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रदेश के मंत्री श्री ऐदल सिंह कंषाना, राज्यमंत्री श्री गिर्राज डण्डोतिया, महापौर श्री अशोक अर्गल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता हर्षाना सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी और समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।
केन्द्रीय पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि लॉकडाउन बढ़ाना कोई समाधान नहीं है। लॉकडाउन की एक सीमा होती है, इसके बाद निराकरण ही करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सभी सामाजिक संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों का दायित्व है कि हम सब मिलकर लोगों को पूरी तरह से जागरूक करें, तभी हम कोरोना की चैन को तोड़ पायेंगे। उन्होंने कहा कि वायरस के मामले में कोई भविष्यवाणी नहीं की है कि यह कम होगा या ज्यादा, हम सभी को इस संकट का सामाना करते हुये इसे रोकना होगा। इसके पीछे दुर्भावना नहीं होना चाहिये।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने चिकित्सकों से कहा कि कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या से घबराये नहीं उनका समुचित उपचार करें। उपचार में लगने वाली सभी व्यवस्थाएँ शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है। प्रयास यह होना चाहिए कि मरीजों को रेफर न करना पड़े।