चिठ्ठी आई है,आई है चिठ्ठी आई है वतन से चिठ्ठी आई है..गाने वाले मशहूर गजल गायक पंकज उधास का आज सोमवार सुबह करीब 11 बजे उनका निधन हो गया। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने 72 की उम्र में अंतिम सांसे लीं। उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी। पंकज की बेटी नायाब उधास ने उनके निधन की खबर सोशल मीडिया पर साझा की।
चिठ्ठी आई है,आई है चिठ्ठी आई है वतन से चिठ्ठी आई है..गाने वाले मशहूर गजल गायक पंकज उधास का आज सोमवार सुबह करीब 11 बजे उनका निधन हो गया। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने 72 की उम्र में अंतिम सांसे लीं। उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी। पंकज की बेटी नायाब उधास ने उनके निधन की खबर सोशल मीडिया पर साझा की।
लंबी बीमारी के बाद कहा अलविदा
गजल गायक की मौत की खबर उनकी फैमिली के साथ ही फैंस के लिए भी किसी सदमे से कम नहीं है। हर किसी ने सोशल मीडिया पर नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी है। पंकज उधास के निधन का कारण उनका लंबे समय से बीमार होना बताया जा रहा है।
पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया के जरिए दिवंगत गायक को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि संगीत के क्षेत्र में उनकी कमी कभी पूरी नहीं की जाएगी।
इन गजलों को दी आवाज
पंकज उधास ने गजल गाकर खूब नाम और शोहरत कमाई। उनकी सबसे मशहूर गजलों में ‘चिट्ठी आई है’ शामिल है। यह गजल 1986 में रिलीज हुई फिल्म ‘नाम’ से थी। इसके अलावा उन्होंने ‘चांदी जैसा रंग है तेरा’, ‘ना कजरे की धार, न मोतियों की हार’, ‘घूंघट को मत खोल’, ‘थोड़ी थोड़ी पिया करो’, ‘चुपके चुपके सखियों से वो बातें करना भूल गई’, ‘और आहिस्ता कीजिए बातें’, ‘निकलो न बेनकाब’, ‘दीवारों से मिलकर रोना अच्छा लगता है’, ‘एक तरफ उसका घर’ जैसी कुछ अन्य बेहतरीन गजलें गाकर नाम कमाया था। ये सभी गजलें उनकी यादगार गजलों में से एक हैं।
पद्म श्री से सम्मानित थे पंकज उधास
सिंगिंग में अपना लोहा मनवाने वाले पंकज उधास को उनके योगदान के लिए कई अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया था। इनमें सबसे अहम पद्मश्री है, जो उन्हें 2006 में प्रदान किया गया था।
पंकज उधास के निधन पर सेलिब्रिटीज ने जताया दुख
पंकज उधास के निधन से मनोरंजन जगत में शोक छा गया है। सोनू निगम (Sonu Nigam), जैकी श्रॉफ, मनोज बाजपेयी सहित कई सितारों ने दुख जताया है।