चंडीगढ़, 24 जून: पंजाब सरकार द्वारा व्यक्तिगत रूप में घरों की छतो पर सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित्त करने की आरम्भ की गई विलक्षण पहलकदमी एक सार्वजनिक अभियान का रूप लेने के लिये पूरी तरह तैयार हो गई है क्योंकि प्रमुख बैंक आई डी बी आई ने ऐसे प्रोजेक्टों के लिए सरल ऋृ ण की उपलब्ध्ता यकीनी बनाने के लिये एक नई ‘सूर्य शक्ति’ योजना आरम्भ कर दी है ताकि राज्य में बड़े स्तर पर स्वच्छ ऊर्जा को प्रोत्साहन करते हुऐ वातावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके।
पंजाब के नवीन एवं रिन्यूएबल मंत्री स बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य कर रहे निवेशकों को वित्तीय संस्थानों एवं बैंकों द्वारा ऋृ ण की सरलता से उपलब्ध्ता करवाना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नई शुरू की गई सूर्य शक्ति योजना इस दिशा में एक ठोस कदम है जो लोगों को अपने घरों की छतो पर ऐसे सौर ऊर्जा प्लांटों की स्थापना के साथ अपने घरों के बिजली बिल को काफी हद तक कम करने में सहायक होगी। जिक्र योग्य है कि हाल ही में स. मजीठिया ने नई दिल्ली में देश की नामी वित्तीय संस्थानों जैस ेकि इरेडा , पी एफ सी लिमिटेड , एल एण्ड टी इन्फ्रा फाइनेंस , आई डी बी आई , ऐ डी बी ,नाबार्ड ,बैंक ऑफ इंडिया और टाटा पावर सोलर के उच्च प्रतिनिधियों के साथ विस्तृत बैठक करके पंजाब में भविष्य में लगने वाले बड़ी संख्या सौर उर्जा प्रोजेक्टों के लिए उदारदिली से कर्ज की व्यवस्था की जरूरत पर बल दिया था।
स. मजीठिया ने बताया कि राज्य में इस समय अक्षय उर्जा स्त्रोतों से 811 मैगावाट बिज़ली पैदा की जा रही है और वर्ष 2022 तक 5400 मैगावाट का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में अक्षय उर्जा के क्षेत्र में 33000 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश की क्षमता है और इसमें से 23 हज़ार करोड़ रुपये के ऋृण की जरूरत है जिसको बैंकों द्वारा खुले दिल से ऋृण प्रदान करके ही पूरा किया जा सकता है। उन्होंने राज्य की नई नेट मीटरिंग नीति को स्वच्छ बिज़ली पैदा करने के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम बताते हुये कहा कि जब प्रत्येक घर सौर उर्जा से अपनी बिज़ली पैदा करने लगेगा, ना केवल पैसे के बचत और वातावरण की सुरक्षा होगी बल्कि एक जिम्मेवार समाज के निर्माण की तरफ पेशकदमी होगी।
स. मजीठिया ने कहा कि सौर उर्जा का अधिक से अधिक प्रयोग हमारे द्वारा आने वाली पीढिय़ों को एक तोहफा बन सकता है और ऐसा करके ही हम उनके लिए स्वस्थ एवं स्वच्छ वातावरण छोड़ कर जा सकते हैं। उन्होंने भारत सरकार द्वारा घरों की छत्तों पर लगने वाले सौर उर्जा प्लांटों को घरों के लिए ऋृण का हिस्सा माने जाने के फैसले का भी स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इससे अब लोगों को आयकर की रियायत भी मिलेगी और जिस प्रकार बैंकों ने मासिक किस्तों पर आधारित ऋृण योजनांए आरंभ की हैं तो घरों की छतों में सौर उर्जा प्लांटों से बिज़ली का उत्पादन एक सार्वजनिक अभियान बन जायेगा।
नई आरंभ हुई सूर्य शक्ति योजना तहत कई व्यक्ति या कुछ व्यक्ति जो घर के मालिक होंगे। प्रोजेक्ट की कुल कीमत का 60 प्रतिशत तक ऋृण ले सकेंगे और प्रति व्यक्ति ऋृण की अधिक से अधिक सीमा 10 लाख रुपये होगी। यहां जिक्रयोग्य है कि तीन कमरों के घर के लिए आदर्श 5 किलोवाट क्षमता का ऐसा प्लंाट लग सकता है जिसकी लागत कीमत बिना बैटरी बैकअॅप 5 लाख और बैटरी बैकअॅप सहित 6 लाख रुपये होगी जिसमें 12000 रुपये प्रति किलोवाट की दर से 60 हजार रुपये की सब्सिडी पर 3 लाख रुपये तक बैंक द्वारा ऋृण मिल सकेगा। यह ऋृण है 7 वर्षो में वापिस करने योग्य होगा।