पंचकुला : 13 सितम्बर , मोनिका शर्मा : हिन्द एजुकेशन सोसईटी की महा सचिव ऊमा शर्मा ने कहा कि अभी तो साकेत कोर्ट ने महज फैसला भर सुनाया है। आरोपियों के पास इसके खिलाफ अपील करने और राष्ट्रपति के यहां क्षमा-याचना करने संबंधी कई विकल्प खुले पड़े हैं। जब तमाम कानूनी विकल्पों में भी चारों आरोपी नाकाम रहते हैं तभी सही मायने में फांसी का फंदा उनकी गर्दन तक पंहुच पाएगा और वह घड़ी ही वास्तव में जश्न की घड़ी होगी। ‘गत 16 दिसंबर को दिल्ली में हुए वीभत्स गैंग रेप के चारों आरोपियों को बेशक फांसी की सजा हो गई है और देश भर में मीडिया, सोशल मीडिया आदि माध्यमों से इस मसले पर प्रतिक्रियाओं का दौर चरम पर है। हमारे मुल्क और यहां की अवाम के साथ सबसे बड़ी दिक्कत यही है कि हम लोग आधी-अधूरी उपलब्धियों पर ही हो-हल्ला मचाने लगते हैं। पिछे की तरफ देखें तो महिला विधेयक हो, अन्ना हजारे या केजरीवाल वगैरह का लोकपाल बिल और उससे जुड़े आंदोलन का मामला हो, रामदेव के काले धन वाले मुद्दे को लेकर दिल्ली में किया गया आंदोलन हो या इसी दिल्ली गैंग रेप के बाद सडक़ों पर उतरे उत्साहित लोगों की भीड़ हो, हर मामले में हमने अपरिपक्वता व भीरूता का परिचय दिया है। न लोकपाल बिल आया न विदेशों में जमा काला धन आया और न भ्रष्टाचार निरोधक सख्त कानून ही आया। इसी दिल्ली गैंग रेप के बाद भारतीयों ने ऐसे जुनून दिखाया था मानों बलात्कार पर मौत की सजा का प्रावधान चंद दिनों में हो जाएगा। मगर एक हफ्ते में ही सारा जुनून काफूर हो गया। बलात्कारियों के लिए सख्त कानून तो नहीं बन पाया मगर उस अधूरे आंदोलन के बाद भारत में बलात्कारों और सामूहिक बलात्कारों की बाढ़ आ गई। मुंबई में भी दिल्ली गैंग रेप के स्टाईल में ही महिला पत्रकार के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। हैरत होती है कि आज के फैसले को लेकर लोगबाग बेवजह उत्साहित हो रहे हैं। जबकि उक्त चारों आरोपियों को फांसी की सजा गैंग रेप के जुर्म में नहीं हुई है बल्कि लडक़ी की हत्या होने के कारण हुई है। इस केस में आईपीसी की धारा 302 पुलिस ने तब जोड़ी थी जब पीडि़त लडक़ी की सिंगापुर अस्पताल में मौत हो गई थी। लिहाजा, आज का फांसी की सजा वाला फैसला लडक़ी की हत्या और दुर्लभतम अपराध के परिप्रेक्ष्य में सुनाया गया है, न कि बलात्कार के जुर्म में यह सजा हुई है। जबकि देश भर में लोग इसे बलात्कार के आरोप में फांसी की सजा मान रहे हैं। लेकिन हिन्द एजुकेशन सोसईटी की महा सचिव ऊमा शर्मा व् पंचकुला की लड़कियां इसे कम सजा बताते हुए सभी आरोपियों को तडफा -तडफा कर मौत दिए जाने की मांग कर रही हैं