चंडीगढ़ : एम् आर के विक्रमा शर्मा : पंजाब में बंद तकरीबन शांति पूर्वक ढंग से कामयाब रहा ! सब से बड़ी बात तो ये सामने आई कि सिख समाज के साथ हिन्दू समाज के लोग भी बंद में शरीक दिखाई दिए ! हालाँकि पुलिस ने सूबे में खास करके जलंधर लुधियान खास क्र पटियाला मोहाली और राजधानी चंडीगढ़ में खास सुरक्षा के बन्दों बस्त किये हुए थे! मोहाली में खुद एस एस पी गुरप्रीत सिंह भूलर ने कमांड सम्भाली हुई थी ! रोष और धरने में शरीक लोग सिरों पर केसरी पगड़ी और पटके सहित रूमाले बंधे हुए थे! हिन्दू लोगों ने भी केसरी पटके बंधे हुए थे ! सारा दिन राजोआना की फांसी और सरकार खास करके बादल सरकार की फजीहत की चर्चा हो रही थी ! भाजपा के साफ स्टैंड के बारे खूब चर्चा जोरों पर रही! बादल बाप बेटे की मेहनत खबर लिखे जाने तक रंग लाइ और बलवंत सिंह राजोआना की फांसी पर स्टे हो गया ! ये खबर पंजाब और एनी सूबों में जंगल की आग की तरह फैली तो ख़ुशी का महौल गरमा उठा ! ये सिख ही नहीं अपितु पंजाब हिन्दू समाज की भी जीत है हर कोई चाहता है कि राजोआना की फांसी न हो! लोगों का सब से बड़ा तर्क ये रहा है कि अगर कसब और अफजल गुरु को फांसी नहीं हो सकती तो राजोआना को क्यों फांसी हो और ये सवाल
किसी ने इसको दुखदाई कह कर रोष व्यक्त किया !