चंडीगढ़। परवाणू और आसपास की इंडस्ट्री में दो दिन की स्ट्रइक के दौरान पूरी तरह से बंद रहा। इस दौरान हुई हिंसक घटनाओं की सीआईआई हिमाचल प्रदेश स्टेट काउंसिल के चेयरमैन सीएन धर ने निंदा की है। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री को जबरदस्ती बंद कराना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बंद की वजह से बिजनेस से ज्यादा राज्य की छवि पर सीधा प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि ऐसे बंद करके किसी प्रकार के मुद्दों को सुलझाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि पहले ही इंडस्ट्री में स्लो डाउन है और ऐसे बंद की वजह से कई परेशानियां होती हैं। परवाणू इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल सहगल ने कहा कि इंडस्ट्री पर इस बंद की वजह से नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। एससएमई सीआईआई नार्दर्न रीजन के रीजनल कमेटी के को चेयरमैन आलोक शर्मा ने कहा कि इस स्ट्राइक से इंडस्ट्री पर एक गंभीर प्रभाव पड़ा है। इसकी वजह से दो सौ करोड़ रुपये का नुकसान हो गया। उन्होंने कहा कि इस स्ट्राइक ने परवाणू, बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़ बेल्ट में इंडस्ट्री पर सीधा प्रभाव डाला है। उन्होंने कहा कि ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए। सीआईआई नार्दर्न रीजन के रीजनल डायरेक्टर पिकेंदर पाल सिंह ने कहा कि सीआईआई ने हमेशा कहा है कि वायलेंस से कुछ नहीं हो सकता है। इससे मु्ददे भी नहीं सुलझते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को उन इंडस्ट्रियलिस्टों की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए जो कि राज्य को विकास की ओर ले जा रहे है।