चण्डीगढ़ः गांधी स्मारक भवन सैक्टर 16 ए, चण्डीगढ़ में समग्र व्यक्ति विकास और बिना दवाईयों के शरीर का पूर्ण स्वास्थ्य विषय पर सेमीनार आयोजित किया गया। सेमीनार के मुख्य वक्ता प्रो. डा. राम गोपाल, विश्व विख्यात वैज्ञानिक तथा पूर्व राष्ट्रपति स्व. डा. ऐ.पी.जे. कलाम के सहयोगी ने स्वास्थ्य पर बोलते हुए कहा कि रोग मुक्त जीवन सभी चाहते है। लेकिन वह दवाईयों से नहीं हो सकता। रोगमुक्त जीवन के लिए प्रकृति एवं योग को अपनाना होगा।
उन्होंने आगे कहा कि भारत को विश्व गुरू हम प्रकृति और योग के द्वारा ही बना सकते है। सूर्य नमस्कार के 12 मंत्र हमारी 12 राशियों के आधार पर बनाये गये है। जिसको करने तथा बोलने से शरीर में ऊर्जा भर जाती है।
आज की सबसे अच्छी दवाई भविष्य में सबसे खराब दवाई सिद्ध हो रही है जैसे पेन्सिलन।
विशिष्ट अतिथि के तौर पर डा. लीना, फोरमर प्रसिंपल सेक्रेटी, महाराष्ट्र सरकार ने बताया कि दूध दो प्रकार का होता है। दूध ए-1 विदेशी गायों का होता है। तथा ए-2 देशी भारतीय गायों का होता है। दूध ए-2 बहुत उपयोगी होता है।
मंच संचालन डा. देवराज त्यागी ने किया तथा आभार के.के. शारदा जी ने किया।
सेमीनार में डा. एम.पी. डोगरा अध्यक्ष प्राकृतिक चिकित्सा समिति, डा.पूजा, डा.संदीप, डा.संजीव, रमेश बल, आनन्द राव, पापिया चक्रवर्ती, कंचन त्यागी, प्रज्ञा शारदा आदि लगभग 150 लोगों ने भाग लिया।