चंडीगढ़ : बीते दिनों नरेश आहूजा अपनी स्वासो रूपी पूंजी पूरी कर कुल मालिक के चरणों में जा विराजे थे, उनके नमित शोक सभा का आयोजन किया गया। सैंकड़ों की संख्या में पहुंचकर समाजसेवी संगठनों के पदाधिकारियों ने नेत्रदानी और शरीरदानी नरेश आहूजा को अपनी सच्ची श्रद्धांजलि दी। इस दौरान नेत्रदान और शरीरदान करने पर परिवार को सम्मानित किया गया। उनके परिवारजनों ने अपने पिता की अंतिम इच्छानुसार उनकी मृत देह कुंवर शेखर विजेन्द्रा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज ऑफ रिसर्च सैंटर, गंगोह, सहारनपुर में शोध कार्यों हेतु दान कर दी। परिजनों द्वारा 7 अति जरुरतमंद परिवारों को एक माह का राशन भी वितरित किया गया। इस मौके परिवार की तरफ से गर्मियों के मधेनजर पक्षियों के लिए प्यास बुझाने के लिए 55 मिट्टी के स्कोरे रखे गए। बीजेपी के लोकसभा उम्मीदवार संजय टंडन व सामाजिक धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर शरीरदानी को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए
संजय टंडन जी ने कहा कि यह बात सच्ची है कि हर किसी ने इस दुनिया से एक ना एक दिन जाना ही है, लेकिन कोई ना कोई ऐसा होता है तो दुनिया से जाते जाते अमर हो जाता है। यह सिर्फ और सिर्फ मेरी नरेश जी को सच्ची श्रद्धांजलि है कि मैं आज उनसे यह सीख कर जा रहा हूं कि मरने के बाद भी दूसरों के काम आया जा सकता है।