भिलाई (छत्तीसगढ़) , 1 दिसंबर , 2010 , बाबा रामदेव के भारत स्वाभिमान आंदोलन न्यास के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता राजीव दीक्षित का छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान भिलाई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया |
बताया गया कि वे विगत तीन दिनों से छत्त्तीसगढ के विभिन्न जिलों में संस्था का प्रचार कर रहे थे | 29 नवंबर को उनका कार्यक्रम बेमेतरा में था | कार्यक्रम पश्चात वे भिलाई लोट आये | देर रात भिलाई में उन्हें दिल का दौरा पड़ा | उन्हें भिलाई के अपोलो अस्पताल ले जाया गया , जहाँ उनकी मृत्यु की घोषणा की गई | राजीव दीक्षित बाबा रामदेव की संस्था में जाने से पहले स्वदेशी जागरण मंच से जुड़े हुए थे |
अपोलो अस्पताल के डा. दिलीप रत्नानी ने बताया कि राजीव दीक्षित के मेजर अटैक था , इस परिस्थिति में दवाईयां भी काम नहीं करतीं |मरीज की एंजियोप्लास्टी जरूरी होती है | चूंकि राजीव दीक्षित स्वदेशी जागरण अभियान से जुड़े थे , इसलिए उन्होंने उस घड़ी में भी अंगरेजी दवाईयों का सेवन करने से इनकार कर दिया | इसकी जानकारी बाबा रामदेव को होने के बाद उन्हें फोन पर समझाईश दी गई तब वे दवा और एंजियोप्लास्टी के लिये तैयार हुए | जब उन्हें कैथ लेब ले जाया जा रहा था , तभी उन्होंने 11.50 बजे दम तोड़ दिया | 30 नवंबर को ही उनका पार्थिव शरीर हरिद्वार से आये विशेष विमान से भेज दिया गया |
Rajiv Dikshit , “tum Amar Raho” Baba ramdev ji you should look after his family.
Anjani