कुरुक्षेत्र, 28 सितंबर 2015: गुरुकुल कुरुक्षेत्र के संरक्षक आचार्य देवव्रत (महामहिम राज्यपाल, हिमाचल प्रदेश) एवं प्रधान कुलवंत सिंह सैनी के निर्देशन में चलाए जा रहे वेद प्रचार विभाग के प्रचारकों द्वारा कई गांवों में वेद प्रचार एवं संस्कृति बचाओ कार्यक्रम चलाए गये। यह जानकारी देते हुए गुरुकुल कुरुक्षेत्र के प्राचार्य शमशेर सिंह ने बताया कि आचार्य देवव्रत एवं प्रधान कुलवंत सैनी द्वारा पिछले 3 सालों से वेद प्रचार विभाग के माध्यम से निरन्तर लोगों को वैदिक संस्कृति और आर्य समाज के सिद्धांतों के प्रति जागरूक किया जा रहा है साथ ही गुरुकुल के प्रचारक समाज में फैली बुराईयों और कुरीतियों को समाप्त करने के लिए भी संकल्पबद्ध है। गुरुकुल के प्रधान कुलवंत सिंह सैनी वेद प्रचार पर प्रतिवर्ष लाखों रूपये खर्च कर लोगों को भारतीय सभ्यता और संस्कृति और वैदिक ज्ञान से रूबरू करा रहे हैं।
उन्होनें बताया कि वेद प्रचार विभाग के अधिष्ठाता भोपाल सिंह आर्य अपनी टीम के साथ गांव छोटा रतगल, कौलांपुर, शाहाबाद आदि में गये और वहां पर हवन-यज्ञ के उपरान्त लोगों को यज्ञ से होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से बताया। उन्होनें बताया कि यज्ञ से वातावरण तो शुद्ध होता ही है साथ हवन में बैठने वाले की आत्मा भी शुद्ध होती है। इसके अलावा गुरुकुल के भजनोपदेशक महाशय जयपाल आर्य, राजबीर आर्य ने देशभक्ति एवं ईश्वरभक्ति गीतों से युवाओं के मन में राष्ट्र-प्रेम की भावना उत्पन्न की। इस अवसर पर प्रचारक राममेहर शास्त्री ने उपस्थित युवाओं से जीवन में चार पेड़ अवश्य लगाने का संकल्प दिलाया।
भोपाल सिंह आर्य ने बताया कि गुरुकुल के व्यायाम शिक्षक समरपाल आर्य, चंद्रपाल आर्य, सचिन आर्य एवं दीपक आर्य गांव-गांव जाकर स्कूलों में सात दिवसीय योग एवं चरित्र निर्माण शिविर लगाते है जिसमें युवक-युवतियों को शारीरिक मजबूती के लिए विभिन्न प्रकार के आसन, योग, प्रणायाम आदि का प्रशिक्षण देते है साथ ही उन्हें बौद्धिक ज्ञान भी प्रदान करते हैं। इस प्रकार वेद प्रचार विभाग युवाओं को समाज में फेली कन्या भ्रूण हत्या, नशाखोरी, पाखण्डता, अज्ञानता के खिलाफ जागरूक कर रहा है और लोगों को जैविक-कृषि, गो-पालन एवं संरक्षण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, पेड लगाओ-पर्यावरण बचाओ तथा पश्चिमी सभ्यता को छोड़कर वेदों की ओर लौटों और भारतीय सभ्यता-संस्कृति के प्रचार-प्रचार हेतु प्रेरित कर रहा है।