फरीदाबाद स्थित सतयुग दर्शन ट्रस्ट (पंजी.) के तत्वावधान में पंचकूला शहर में ‘समभाव समष्टि विद्यालय’ की नई शाखा की स्थापना की जा रही है। यह विद्यालय समाज में नैतिकता, मानवता और आत्मिक ज्ञान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्थापित किया जा रहा है। विद्यालय में प्रवेश हेतु कोई आयु सीमा नहीं होगी और न ही कोई शुल्क लिया जाएगा। यह विद्यालय बिना किसी भेदभाव—जाति, धर्म, लिंग, वर्ग या आर्थिक स्थिति—के सभी इच्छुक व्यक्तियों के लिए खुला रहेगा।
विद्यालय का उद्देश्य एवं विशेषताएँ
समाज में नैतिकता, समभाव और मानवीय मूल्यों की पुनर्स्थापना करना इस विद्यालय का मुख्य उद्देश्य है। वर्तमान समय में समाज में ईर्ष्या, वैषम्य और अनैतिक प्रवृत्तियाँ बढ़ रही हैं, तब इस विद्यालय के माध्यम से सच्चे ज्ञान और नैतिक शिक्षा को चारित किया जाएगा, जिससे सकारात्मक मानसिकता का विकास हो सके।
यह विद्यालय भौतिक शिक्षा से अलग आत्मिक ज्ञान दान करने पर केंद्रित रहेगा, ताकि विद्यार्थी न केवल बौद्धिक रूप से बल्कि आत्मिक रूप से भी सशक्त बन सकें। विद्यालय में बचपन से ही बच्चों को निष्काम कर्म, परोपकार और सतयुगी आचार-विचार की शिक्षा दी जाएगी, जिससे वे सच्चे, नेक और समाजोपयोगी नागरिक बन सकें।
इस विद्यालय का मुख्य आकर्षण यह होगा कि यहाँ प्रवेश के लिए किसी जाति, धर्म, लिंग या आयु का कोई बंधन नहीं होगा। केवल वे ही व्यक्ति यहाँ प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे, जो ईश्वर के आदेश और समभाव-समष्टि के सिद्धांत को अपनाने के इच्छुक होंगे। विद्यालय में आत्मिक ज्ञान पर आधारित कक्षाएँ नियमित रूप से संचालित की जाएंगी।
मुख्य शाखा एवं पंचकूला में नई स्थापना
समभाव समष्टि विद्यालय की मुख्य शाखा फरीदाबाद स्थित सतयुग दर्शन वसंधरा में स्थित है। यह ध्यान-केंद्र के रूप में संचालित है, जिसे हरियाणा टूरिज्म द्वारा एक पर्यटन स्थल के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। अब इसी उद्देश्य को आगे बढ़ाते हुए, पंचकूला में विद्यालय की नई शाखा स्थापित की जा रही है, जिसका निर्माण कार्य 4 मार्च 2025 को सेक्टर 21, पंचकूला में आरंभ हुआ।
उद्घाटन समारोह एवं गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
विद्यालय के निर्माण कार्य के शुभारंभ के अवसर पर कई प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें मुख्य रूप से शामिल थे:
- श्री पवन कुमार जी – विधायक, खरखौदा
- श्री तृण भंडारी जी – हरियाणा के मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव
- श्री बी. एस. संधू जी – सेवानिवृत्त डीजीपी, हरियाणा
इन सभी गणमान्य व्यक्तियों ने इस पहल की सराहना की और समाज में नैतिक शिक्षा के प्रचार के लिए इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
सतयुग दर्शन ट्रस्ट का परिचय
सतयुग दर्शन ट्रस्ट (पंजी.) एक पंजीकृत सार्वजनीन निकाय है, जिसका उद्देश्य सार्वभौमिक मानवीय कल्याण है। यह ट्रस्ट महावीर संग सभा का विस्तारित रूपांतरण है और इसकी स्थापना 12 जुलाई 1995 को की गई थी।
ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य मानव जाति को शारीरिक, मानसिक और आत्मिक पीड़ा से मुक्त कराना है। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु कई समाजोपयोगी संस्थानों की स्थापना की गई है, जिनमें शामिल हैं:
- सतयुग दर्शन चैरिटेबल डिस्पेंसरी
- संगीत कला केंद्र
- शैक्षिक संस्थान
- प्राकृतिक चिकित्सालय
- नैतिक उत्थान हेतु ध्यान-केंद्र (समभाव-समष्टि विद्यालय)
ट्रस्ट द्वारा समय-समय पर विभिन्न आत्मिक एवं नैतिक उत्थान कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिससे समाज में जागरूकता, भाईचारा और प्रेम की भावना को बढ़ावा मिले।
सरकार और समाज से सहयोग की अपील
हम सरकार से अपील करते हैं कि इस महत्वपूर्ण पहल को समझें और इसमें सहयोग प्रदान करें। यदि सरकार चाहे, तो अपने विद्यालयों और महाविद्यालयों के विद्यार्थियों सहित, उनके परिवारजन तथा सरकारी कर्मचारियों को भी इस विद्यालय से जोड़ा जा सकता है। इस विद्यालय में शिक्षा पूर्णतः निःशुल्क होगी और शीघ्र ही प्रवेश प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।