
नई दिल्ली, जून 2025: संस्कृत तथा भारतीय ज्ञान परंपरा को समर्पित श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (NAAC) द्वारा सर्वोच्च A++ ग्रेड प्रदान किया गया है। यह ग्रेड NAAC द्वारा प्रदान की जाने वाली उच्चतम मान्यता है। विश्वविद्यालय को 3.55 का प्रभावशाली स्कोर प्राप्त हुआ, जो इसे देश के चुनिंदा उत्कृष्ट उच्च शिक्षण संस्थानों की श्रेणी में प्रतिष्ठित करता है।
यह NAAC द्वारा विश्वविद्यालय का पहला मूल्यांकन है, जिसे इसे 2020 में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद किया गया। यह उपलब्धि न केवल शैक्षणिक व प्रशासनिक उत्कृष्टता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि विश्वविद्यालय भारतीय परंपरा और आधुनिकता के अद्भुत समन्वय के साथ राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
उत्कृष्टता की ओर एक और कदम
यह विश्वविद्यालय का तीसरा प्रत्यायन है। पूर्व में इसे ‘A’ ग्रेड प्राप्त था, जबकि इस बार A++ ग्रेड के साथ यह संस्थान अकादमिक गुणवत्ता, अनुसंधान और नवाचार में उल्लेखनीय उन्नति दर्शाने में सफल रहा है।
NAAC मूल्यांकन टीम ने विशेष रूप से DigiLocker के माध्यम से छात्रों के प्रमाणपत्रों की पारदर्शी उपलब्धता की सराहना की — जो डिजिटली समर्थ प्रशासन और छात्र-केंद्रित दृष्टिकोण का परिचायक है।
कुलपति की बधाई
कुलपति प्रो. मुरलीमनोहर पाठक ने इस ऐतिहासिक सफलता पर सम्पूर्ण विश्वविद्यालय परिवार — शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों, छात्रों, शोधार्थियों, पूर्व छात्रों व शुभचिंतकों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा:
“यह उपलब्धि हमारी सामूहिक साधना का परिणाम है। A++ ग्रेड हमारी सैद्धांतिक प्रतिबद्धता, नैतिक मूल्यों और भारतीय ज्ञान परम्परा के प्रति अटूट आस्था का प्रमाण है। यह हमें वैश्विक स्तर पर भारत के सांस्कृतिक चिंतन और भाषायी गरिमा को स्थापित करने में और सक्षम बनाएगा।”
संस्कृत की आधुनिक साधना: एक झलक
🟢 स्मार्ट क्लासरूम और ई-लर्निंग: संवादात्मक, छात्र-केंद्रित शिक्षण प्रणाली
📚 आधुनिक ग्रंथालय: पारंपरिक और आधुनिक ग्रंथों का संगठित भंडार
🔬 IKS केंद्र: वेद, दर्शन, आयुर्वेद, वास्तु, ज्योतिष जैसे परंपरागत विषयों पर केंद्रित पाठ्यक्रम
🌿 हरित परिसर: प्लास्टिक मुक्त, ऊर्जा संरक्षण एवं जैविक पहलें
🏥 स्वास्थ्य सुविधा: चिकित्सा सहायता और मानसिक परामर्श सेवाएं
📖 शोध प्रोत्साहन: नवाचार से प्रेरित पीएच.डी. और प्रकाशन
🌏 अंतरराष्ट्रीय सहयोग: MoU के माध्यम से वैश्विक शोध और शैक्षणिक आयोजनों का संचालन
NEP 2020 के अनुरूप नई दिशा
विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की भावना “ज्ञानं परमं ध्येयम्” को आत्मसात करते हुए न केवल भारतीय भाषाओं और परंपराओं को सशक्त बना रहा है, बल्कि विद्यार्थियों को वैश्विक स्तर की शिक्षा प्रदान करने के लिए निरंतर नवाचार कर रहा है।
यह संस्थान संस्कृत को केवल एक धार्मिक भाषा नहीं, बल्कि विज्ञान, तकनीक, चिकित्सा, नीति और तर्कशास्त्र की वैज्ञानिक भाषा के रूप में पुनः प्रतिष्ठित करने के मार्ग पर अग्रसर है।