प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से टेलीफोन पर बातचीत की। पीएम मोदी ने इस बातचीत की जानकारी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की। उन्होंने बताया कि उन्होंने ईरानी राष्ट्रपति से मौजूदा स्थिति पर विस्तार से चर्चा की और क्षेत्र में शांति बहाल करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
अपने पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा, “ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से बात की। हमने मौजूदा स्थिति के बारे में विस्तार से चर्चा की। हाल ही में बढ़े तनाव पर गहरी चिंता जताई। तनाव कम करने, संवाद और कूटनीति के माध्यम से आगे बढ़ने के लिए अपना आह्वान दोहराया और क्षेत्रीय शांति को शीघ्र बहाल करने की बात कही।”
यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका ने ईरान की तीन प्रमुख न्यूक्लियर साइट्स—फोर्डो, नतांज और एस्फाहान—पर हवाई हमले किए हैं। यह हमला भारतीय समयानुसार रविवार तड़के 4:30 बजे हुआ। हमलों के तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और इजरायली सेना को अमेरिका के साथ मिलकर कार्रवाई करने के लिए धन्यवाद दिया।
ट्रंप ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैं प्रधानमंत्री बीबी नेतन्याहू को धन्यवाद और बधाई देना चाहता हूं। हमने एक टीम के रूप में काम किया, जैसा शायद पहले कभी किसी टीम ने नहीं किया। हम इजरायल के लिए इस भयानक खतरे को मिटाने के लिए बहुत आगे बढ़ चुके हैं।” ट्रंप ने यह भी चेतावनी दी कि जब तक तेहरान इजराइल के साथ अपने संघर्ष को समाप्त नहीं करता, अमेरिका और अधिक सटीक हमले करेगा।
इस हमले के जवाब में ईरान ने रविवार सुबह इजरायल पर 30 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने इसकी पुष्टि की है। इजरायली मीडिया के मुताबिक, सेंट्रल इजरायल में धमाके सुने गए हैं और कई क्षेत्रों में आपातकालीन सेवाएं तथा सिविल डिफेंस टीमें तैनात की गई हैं। हालांकि, अभी तक हताहतों या बुनियादी ढांचे के नुकसान की विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है।
ईरान के हमले में इजरायल के कई प्रमुख शहर—तेल अवीव, हाइफा और यरुशलम—निशाने पर रहे। क्षेत्र में तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है।