चंडीगढ़, 25 अक्टूबर । पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि बीजेपी सरकार जानबूझकर धान की खरीद, उठान और भुगतान में देरी कर रही है। क्यूंकि सरकार का मकसद कृषि और किसान को घाटे में धकेलना है। हुड्डा विधानसभा सत्र की कार्यवाही के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अपने वादे को तोड़ना बीजेपी की पुरानी आदत है। एकबार फिर बीजेपी सरकार किसानों को पूरी एमएसपी और समय पर खाद देने में नाकाम साबित हुई है।
प्रदेश की मंडियों में धान की सुचारू खरीद नहीं होने के चलते किसान एमएसपी से 200-300 रुपये कम रेट में फसल बेचने को मजबूर हैं। जबकि बीजेपी ने चुनाव में किसानों को धान की खरीद 3100 रुपये के रेट पर करने का वादा किया था। लेकिन हमेशा की तरह बीजेपी का यह वादा भी झूठा साबित हुआ।
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय किसानों को कभी भी अपनी फसल बेचने में कोई दिक्कत पेश नहीं आती थी। जे फॉर्म काटने के बाद तीन दिन के भीतर उनका पूरा भुगतान हो जाता था। लेकिन अब किसानों को फसल का भुगतान मिलने में कई-कई दिन और कई-कई महीने तक लग जाते हैं।
इतना ही नही ये सरकार अगली फसल की बिजाई के लिए किसानों को समय पर डीएपी भी मुहैया नहीं करवाया पा रही। खाद की सप्लाई नहीं होने के चलते किसानों को लंबी-लंबी कतारों में कई-कई दिन इंतजार करना पड़ रहा है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पूरे प्रदेश की मंडियां धान से अटी पड़ी हैं। किसानों को अपनी फसल रखने के लिए स्थान तक नहीं मिल रहा। मजबूरन उन्हें अपनी फसल सड़क पर डालनी पड़ रही है। अबतक 10 लाख मिट्रिक टन धान का उठान बाकी है। इसके चलते किसानों को भुगतान में भी देरी हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों के सब्र का इम्तिहान ना ले और अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए उन्हें पूरी एमएसपी, साथ ही भुगतान व समय पर खाद मुहैया करवाये।