मान्यता है कि गुग्गल,लोबान में बुरी शक्तियों को दूर करने की क्षमता होती है. इसके धुएं से नकारात्मक ऊर्जा का नाशन होता है, बन जाएंगे बिगड़े काम
कई बार वास्तु दोष, पितृ दोष की वजह से व्यक्ति अपने हर कई प्रयासों के बाद भी उसमें सफलता हासिल नहीं कर पाता. ऐसे में गुग्गल, देसी गाय का घी और लोबान को मिला लें. अब संध्याकाल में गाय के कंडे पर रोजाना 21 दिन तक इसकी धूनी दें. मान्यता है इससे बिना रुकावट के सर्व कार्य सिद्ध हो जाएंगे.
बीमारियों से बचाव। गुग्गल लोबान में कई गुणकारी तत्व होते हैं. कहते हैं इसकी गंध से हवा में मौजूद कीटाणु खत्म हो जाते हैं. बारिश में ज्यादातर बीमारियां बैक्टीरिया-वायरस के फैलने से होती हैं. गंभीर रोग से बचने के लिए प्रतिदिन गुग्गल ,लोबान की धूनी दें. इससे वातावरण शुद्ध और सुंगधित रहेगा. इस धूनी की सुगंध न सिर्फ देवता प्रसन्न होते हैं बल्कि व्यक्ति की मानसिक थकावट भी दूर होती है.
किया कराया मिटे : घर में साफ-सफाई रखते हुए तत्पश्चात शुद्ध गुग्गल,लोबान की धूप जला दें। इससे घर में किसी ने कुछ कर रखा होगा तो वह दूर हो जाएगा।
3.गृह कलह शांत होता है , हफ्ते में 1 बार किसी भी दिन घर में कंडे जलाकर गुग्गल ,लोबान की धूनी देने से गृह कलह शांत होता है।
4.तनाव और अनिद्रा में राहत: यदि आपको किसी भी प्रकार का तनाव है या चिंता है तो गुग्गुल लोबान की धूप से राहत मिलेगी। इससे रात में अच्छी नींद भी आती है।
5.पारलौकिक मदद के लिए : कहते हैं कि इस धूनी एवं धूप से पारलौकिक या दिव्य शक्तियां आकर्षित होती है और व्यक्ति को उनसे मदद मिलती है। गुरुवार को किसी मंदिर, घर,,दुकान,,ऑफिस पर इसकी धूनी दे।यह धूणी देवताओं के निमित्त ही देना चाहिए।