पंचकूला, 3 मार्च: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, जो प्रदेश के वित्त मंत्री भी हैं, ने बजट 2025-26 के लिए सुझाव लेने हेतु बजट पूर्व परामर्श बैठक का आयोजन किया। यह बैठक रेड बिशप, सेक्टर-1, पंचकूला में हुई, जहां महिला सशक्तिकरण की झलक देखने को मिली। मुख्यमंत्री ने महिला विधायकों को प्राथमिकता देते हुए सबसे पहले उन्हें अपने सुझाव रखने का अवसर दिया।
महिला विधायकों ने रखे बजट संबंधी सुझाव
बैठक की शुरुआत कांग्रेस की विधायक गीता भुक्कल के सुझाव से हुई, जिसके बाद अन्य महिला विधायकों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। बैठक में 25 से अधिक विधायकों ने अपने सुझाव दिए, और यह प्रक्रिया 4 मार्च को भी जारी रहेगी।
नई परंपराओं का स्वागत, पहली बार चुने गए विधायकों ने जताया आभार
विपक्षी विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा शुरू की गई बजट से पहले सुझाव लेने की परंपरा को जारी रखने के लिए मुख्यमंत्री सैनी का आभार व्यक्त किया। बैठक की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि 14वीं विधानसभा में 40 विधायक पहली बार चुने गए हैं, जिन्हें ओपन हाउस मंच प्रदान किया गया ताकि वे अपने सुझाव रख सकें।
बैठक में शामिल मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर और विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रधान सचिव व विभागाध्यक्षों ने विधायकों के सुझावों को नोट किया। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि महत्वपूर्ण सुझावों को बजट में सम्मिलित किया जाएगा।
प्रदेशभर में हुए बजट पूर्व संवाद, 10,000 से अधिक सुझाव प्राप्त
मुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि इससे पहले फरीदाबाद, गुरुग्राम, कुरुक्षेत्र, पानीपत और हिसार में भी बजट पूर्व बैठकें आयोजित की गईं। पिछले साल 407 सुझावों को बजट में शामिल किया गया था, और इस बार स्टार्टअप, युवा महिला उद्यमी, स्वयं सहायता समूहों और महिला प्रतिनिधियों से भी सुझाव लिए गए, जिनकी संख्या 10,000 तक पहुंच चुकी है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि प्रदेश के 2.80 करोड़ लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने वाला बजट पेश किया जाएगा।
विधायक विकास निधि कोष बढ़ाने की मांग
बैठक में कई विधायकों ने अपने क्षेत्रों के विकास कार्यों के लिए विधायक विकास निधि कोष स्थापित करने और 5 वर्ष में 5 करोड़ रुपये की सीमा बढ़ाने की मांग की।
इस बैठक से साफ है कि हरियाणा सरकार जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप बजट तैयार करने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है और विधायकों की भागीदारी को विशेष महत्व दिया जा रहा है।