ब्यूनस आयर्स, 5 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली के निमंत्रण पर राजधानी ब्यूनस आयर्स पहुंचे। यह यात्रा ऐतिहासिक मानी जा रही है क्योंकि पिछले 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है। पीएम मोदी के आगमन पर एज़ीज़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका औपचारिक स्वागत किया गया।
अर्जेंटीना पहुंचते ही प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “द्विपक्षीय यात्रा के लिए ब्यूनस आयर्स पहुंचा हूं। अर्जेंटीना के साथ संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। मैं राष्ट्रपति जेवियर माइली से मिलने और उनके साथ विस्तृत चर्चा करने को लेकर उत्सुक हूं।”
भारत-अर्जेंटीना रिश्तों में नई ऊर्जा की उम्मीद
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी ‘एक्स’ पर लिखा, “स्थायी मित्रता का जश्न मनाते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अर्जेंटीना पहुंचे हैं। यह यात्रा भारत-अर्जेंटीना संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ेगी।”
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति माइली की पिछली मुलाकात नवंबर 2024 में ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी। हालांकि, 2018 में मोदी अर्जेंटीना गए थे, लेकिन वह दौरा केवल बहुपक्षीय शिखर सम्मेलन के लिए था, न कि द्विपक्षीय।
रणनीतिक साझेदारी के नए आयाम
भारत और अर्जेंटीना के बीच द्विपक्षीय संबंध लगातार प्रगाढ़ होते गए हैं। 2019 में दोनों देशों ने रिश्तों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक पहुंचाया और 2024 में कूटनीतिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने पर जश्न मनाया गया। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी अर्जेंटीना के महान स्वतंत्रता सेनानी जनरल जोस डे सैन मार्टिन की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
अर्जेंटीना वर्तमान में बड़े आर्थिक सुधारों के दौर से गुजर रहा है, जिनकी प्रकृति भारत में पहले हुए सुधारों से मेल खाती है। ऐसे में दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, रक्षा, कृषि, खनिज, खाद्य सुरक्षा, हरित ऊर्जा, विज्ञान, डिजिटल नवाचार, आपदा प्रबंधन और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग के नए अवसर खुलने की संभावना है।
ब्राजील और नामीबिया का दौरा भी तय
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी घाना और त्रिनिदाद और टोबैगो की सफल यात्रा पूरी कर चुके हैं। अर्जेंटीना के बाद वे ब्राजील जाएंगे, जहां वे पहले रियो डी जेनेरियो में BRICS शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, फिर ब्रासीलिया में द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। उनकी विदेश यात्रा का अंतिम पड़ाव नामीबिया होगा।