गोवा, 17 जून – आत्मनिर्भर भारत की पहल को बढ़ावा देते हुए गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) में सोमवार को भारतीय तटरक्षक बल के लिए स्वदेशी तकनीक से निर्मित उन्नत फास्ट पेट्रोल जहाज ‘अचल’ का शुभारंभ किया गया। यह जहाज 60 फीसदी स्वदेशी सामग्री के साथ तैयार किया गया है।
पश्चिमी समुद्र तट के तटरक्षक कमांडर अनिल कुमार हरबोला की पत्नी कविता हरबोला ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ जहाज का नामकरण किया। इस अवसर पर गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक बृजेश कुमार उपाध्याय ने परियोजना की सफलता में शामिल सभी कर्मचारियों और उद्योगों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इसे भारत की जहाज निर्माण क्षमता का एक अनुकरणीय प्रमाण बताया।
रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण को मिलेगा बल
473 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे आठ फास्ट पेट्रोल वेसल्स में ‘अचल’ पहला जहाज है, जिसे भारतीय तटरक्षक बल की रणनीतिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इन-हाउस डिजाइन किया गया है। यह जहाज 52 मीटर लंबा, 8 मीटर चौड़ा है और इसकी अधिकतम गति 27 नॉट्स है। यह उन्नत जहाज अपतटीय संपत्तियों और द्वीप क्षेत्रों की रक्षा, निगरानी और नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
स्थानीय रोजगार को भी मिला बढ़ावा
‘अचल’ के निर्माण में विभिन्न स्थानीय उद्योगों और एमएसएमई की भागीदारी रही, जिससे क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि हुई। इस परियोजना ने न केवल रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित किया है, बल्कि घरेलू उद्योगों को भी मजबूती प्रदान की है।
‘अचल’ की लॉन्चिंग, भारतीय तटरक्षक बल और गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के बीच दीर्घकालिक साझेदारी का प्रतीक बन गई है, जो आने वाले वर्षों में भारत की समुद्री सुरक्षा को और भी मजबूत बनाएगी।