स्पेसएक्स का क्रू-10 मिशन आज रविवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर सफलतापूर्वक पहुंच गया है। इस मिशन के जरिए नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की घर वापसी की उम्मीद जगी है, जो पिछले कई महीनों से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं।
28.5 घंटे की यात्रा के बाद सफल डॉकिंग
शुक्रवार को टेक्सास से लॉन्च किए गए स्पेस कैप्सूल ने शनिवार को भारतीय समयानुसार सुबह 9:35 बजे आईएसएस पर सफलतापूर्वक डॉकिंग की। स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल को पृथ्वी से आईएसएस तक पहुंचने में लगभग 28.5 घंटे लगे। इस मिशन में चार अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं:
- नासा: ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स
- जापान (JAXA): ताकुया ओनिशी
- रूस (रोस्कोस्मोस): किरिल पेस्कोव
क्रू के भारतीय समयानुसार सुबह 10:35 बजे आईएसएस में प्रवेश करने की उम्मीद है, जहां अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर उनका स्वागत करेंगे।
महीनों से फंसे थे विलियम्स और विल्मोर
बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी समस्याओं के कारण सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर जून से आईएसएस पर फंसे हुए थे। यह मिशन केवल आठ दिनों का था, लेकिन बार-बार आई तकनीकी दिक्कतों के कारण उनकी धरती पर वापसी में देरी हुई।
अगस्त में क्रू-9 के आने के बाद भी उन्हें वापस भेजने की योजना थी, लेकिन आईएसएस पर आपातकालीन एस्केप पॉड की कमी के चलते इसे रद्द करना पड़ा। अब क्रू-10 की सफल डॉकिंग के बाद उनकी घर वापसी की राह साफ हो गई है।
एलन मस्क ने जताई वापसी की उम्मीद
स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क ने भरोसा जताया है कि विलियम्स और विल्मोर जल्द धरती पर लौट आएंगे। पहले उनकी वापसी मार्च के अंत तक होनी थी, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एलन मस्क से उन्हें जल्द वापस लाने का आग्रह करने के बाद इसे आगे बढ़ाया गया।
देरी के बावजूद सफल रहा मिशन
क्रू-10 का मिशन पहले बुधवार शाम को लॉन्च होना था, लेकिन रॉकेट के ग्राउंड सपोर्ट क्लैंप आर्म में आई समस्या के कारण इसे टाल दिया गया। हालांकि, अब मिशन पटरी पर आ चुका है और फंसे हुए अंतरिक्ष यात्रियों की बहुप्रतीक्षित वापसी जल्द ही होने वाली है।