वाशिंगटन/तेहरान, 22 जून: अमेरिका ने रविवार तड़के भारतीय समय अनुसार सुबह 4:30 बजे ईरान की तीन प्रमुख न्यूक्लियर साइट्स– फोर्डो, नतांज और एस्फाहान पर एयर स्ट्राइक की। इसके कुछ ही घंटों बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश को संबोधित किया और कहा कि इस हमले का मकसद ईरान की न्यूक्लियर एनरिचमेंट कैपेसिटी को पूरी तरह खत्म करना था।
ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा, “ईरान बीते 40 वर्षों से अमेरिका के खिलाफ काम करता रहा है और कई अमेरिकियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है। अब वक्त आ गया है कि यह सब खत्म किया जाए। या तो अब शांति होगी या त्रासदी।”
पूर्व राष्ट्रपति ने आगाह किया कि यदि ईरान जल्द संघर्ष नहीं रोकता, तो अमेरिका और भी ज्यादा सटीक हमलों के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कई टारगेट और बचे हैं, और अमेरिका की सेना इसके लिए तैयार है।
‘हमारे योद्धाओं को बधाई’: ट्रंप का दावा
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर लिखा, “हमने ईरान में तीन न्यूक्लियर साइट्स पर बहुत सफलतापूर्वक हमला किया है। सभी अमेरिकी विमान अब ईरानी एयरस्पेस से बाहर हैं। हमारे महान योद्धाओं को सलाम– दुनिया में कोई और सेना ऐसा नहीं कर सकती थी। अब शांति का समय है!”
ईरान से शांति का आह्वान
एक अन्य पोस्ट में ट्रंप ने ईरान से युद्ध समाप्त करने और शांति कायम करने की अपील की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि तेहरान संघर्ष जारी रखता है, तो अमेरिका और बड़े स्तर पर हमले करेगा। ट्रंप ने खास तौर पर ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव का जिक्र करते हुए कहा कि ईरान को अपने संघर्ष समाप्त करने चाहिए।