छतरपुर (मऊ सहानियां), 29 मई, 2025: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि बुंदेलखंड की धरती वीरों और रणबांकुरों की धरती है, जिसने देश को महान योद्धा और राष्ट्रभक्त दिए हैं। इस पावन भूमि पर जन्मे महाराजा छत्रसाल की जयंती के अवसर पर उन्होंने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि “यह धरती पुरुषार्थ और पराक्रम की प्रतीक है।”
मुख्यमंत्री आज छतरपुर जिले के ग्राम मऊ सहानियां में महाराजा छत्रसाल स्मृति शोध संस्थान द्वारा संस्कृति विभाग के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय विरासत महोत्सव और महाराजा छत्रसाल जयंती समारोह का दीप प्रज्वलन कर उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया और “छत्रसाल दर्पण” स्मारिका का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “महाराजा छत्रसाल का जीवन देश के स्वाभिमान और स्वतंत्रता की लड़ाई का प्रतीक है। उन्होंने मुगलों के अत्याचारों का वीरता से मुकाबला किया और अपनी मातृभूमि की रक्षा की। उनका साहस, संघर्ष और पराक्रम आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत है।”
डॉ. यादव ने यह भी कहा कि महाराजा छत्रसाल, छत्रपति शिवाजी महाराज, रानी दुर्गावती, रानी अवंतीबाई और देवी अहिल्याबाई होलकर जैसे महापुरुषों के जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने घोषणा की कि महाराजा छत्रसाल के पराक्रम को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए स्कूल और कॉलेजों के पाठ्यक्रम में उनके जीवन पर आधारित पाठ शामिल किए जाएंगे।
केन-बेतवा परियोजना का ज़िक्र
बुंदेलखंड क्षेत्र में पानी की पुरानी समस्या की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्षों से लंबित ‘केन-बेतवा लिंक परियोजना’ का कार्य प्रारंभ हो गया है, जिससे इस क्षेत्र में जल संकट का समाधान होगा और किसानों को लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड के किसानों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाने के लिए राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस अवसर पर कृषि मंत्री एवं छतरपुर जिले के प्रभारी मंत्री एदल सिंह कंषाना, खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा, विधायक कामाख्या प्रताप सिंह, छतरपुर विधायक ललिता यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष विद्या अग्निहोत्री सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।