चंडीगढ़, 27 अक्टूबर 2025 — पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में आयोजित “ऑपरेशन सिंदूर क्रिकेट कप 2025” के दूसरे दिन का वातावरण गर्व, देशभक्ति और उत्सव से परिपूर्ण रहा, जब कार्यक्रम में पंजाब के माननीय राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। भारतीय थल सेना, नौसेना और वायु सेना के वीर सैनिकों के अदम्य साहस, त्याग और पराक्रम को समर्पित इस तीन दिवसीय टूर्नामेंट ने एकता, साहस और राष्ट्रीय गौरव के संदेश से विद्यार्थियों और शिक्षकों को प्रेरित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई, जिसके बाद पंजाब विश्वविद्यालय के संध्याकालीन अध्ययन विभाग (एम.डी.आर.सी.) के एसोसिएट प्रोफेसर और कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अमनदीप सिंह ने स्वागत भाषण दिया। अपने संबोधन में डॉ. सिंह ने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” छात्रों द्वारा राष्ट्र के रक्षकों के प्रति सामूहिक कृतज्ञता की अभिव्यक्ति है, जो युवाओं की ऊर्जा को साहस और सेवा के उत्सव में रूपांतरित करता है।
मंच पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों में शामिल थे — प्रो. (डा.) रेनू विग, कुलपति, पंजाब विश्वविद्यालय; श्री सुनील पाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, सर्व सेवा सशक्तिकरण संगठन; श्री विनोद मित्तल जी, प्रबंध निदेशक, निक बेकर्स; डॉ. वरिंदर गर्ग, ओ.एस.डी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एवं अध्यक्ष, पी.जी.आई.एम.ई.आर.; श्री सौरभ कुमार अरोड़ा, निदेशक खेल, चंडीगढ़; प्रो. नमिता गुप्ता, डीन स्टूडेंट वेलफेयर (महिला); प्रो. अमित चौहान, डीन स्टूडेंट वेलफेयर; प्रो. राकेश मलिक, निदेशक खेल, पंजाब विश्वविद्यालय; तथा डॉ. अमनदीप सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, संध्याकालीन अध्ययन विभाग, एम.डी.आर.सी.
सभा को संबोधित करते हुए माननीय राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी ने पंजाब विश्वविद्यालय के अनुशासन और फिटनेस को बढ़ावा देने वाले प्रयासों की सराहना की। उन्होंने युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि खेलों में सक्रिय भागीदारी युवाओं को सकारात्मकता, स्वास्थ्य और राष्ट्रसेवा की दिशा में प्रेरित करने का सबसे प्रभावी माध्यम है।
सम्मान समारोह के दौरान, माननीय राज्यपाल का सम्मान पंजाब विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. (डा.) रेनू विग द्वारा किया गया। वहीं, माननीय राज्यपाल ने श्री विनोद मित्तल जी (प्रबंध निदेशक, निक बेकर्स) को युवाओं और सामाजिक पहलों में निरंतर योगदान के लिए सम्मानित किया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. अमनदीप सिंह द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन से हुआ, जिसमें उन्होंने सभी विशिष्ट अतिथियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों का उत्साहपूर्ण सहभागिता और सहयोग के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया। समारोह का अंत राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसकी गूंज ने पूरे परिसर को भारत की सशस्त्र सेनाओं की गौरवमयी भावना और उनके मूल्यों के प्रति सम्मान से भर दिया।



















