भारत में बकरी पालन (Goat Farming) को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें विभिन्न योजनाओं के तहत सब्सिडी प्रदान करती हैं। यह सब्सिडी नाबार्ड (NABARD) और पशुपालन विभाग के माध्यम से दी जाती है।
बकरी पालन पर सब्सिडी प्राप्त करने की प्रक्रिया , योजना का चयन करें, केंद्र सरकार की प्रमुख योजना: NABARD डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy Entrepreneurship Development Scheme – DEDS) राज्य सरकारों की अलग-अलग योजनाएं भी होती हैं, जैसे: मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना, ग्रामीण पशुधन योजना आदि।
बकरी पालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करें, सब्सिडी पाने के लिए आपको एक विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनानी होगी जिसमें ये विवरण हों , कितनी बकरियां और बकरों की योजना है, लागत (जैसे- शेड, चारा, दवा आदि) आय का अनुमान, ऋण राशि और स्वयं की पूंजी।
बैंक में ऋण (Loan) के लिए आवेदन करें, प्रोजेक्ट रिपोर्ट के साथ नजदीकी बैंक (जैसे SBI, PNB, ग्रामीण बैंक आदि) में कृषि ऋण के लिए आवेदन करें। बैंक आपकी पात्रता, प्रोजेक्ट की व्यवहार्यता आदि की जांच करेगा।
NABARD की मंजूरी और सब्सिडी , ऋण स्वीकृत होने के बाद, NABARD उस पर सब्सिडी जारी करता है: SC/ST/महिलाओं के लिए: 33% तक सब्सिडी , अन्य किसानों के लिए: 25% तक सब्सिडी, बकरी पालन शुरू करें, ऋण और सब्सिडी मिलने के बाद आप बकरी पालन की शुरुआत कर सकते हैं।
आपको समय-समय पर बैंक और पशुपालन विभाग को रिपोर्ट देनी होती है। आवश्यक दस्तावेज़, आधार कार्ड, भूमि के कागजात या लीज एग्रीमेंट
प्रोजेक्ट रिपोर्ट , जाति प्रमाण पत्र (अगर SC/ST हैं) पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक खाता विवरण
संपर्क कहां करें? नजदीकी पशुपालन विभाग कार्यालय, नजदीकी बैंक शाखा (जो कृषि ऋण देती हो)
NABARD कार्यालय या वेबसाइट: www.nabard.org
एक बकरी पालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट (सैंपल), जो आप बैंक और नाबार्ड सब्सिडी योजना में उपयोग कर सकते हैं:
बकरी पालन के लिए NLM (National Livestock Mission) के तहत सहायता
वित्तीय सहायता (सब्सिडी):
| इकाई का प्रकार | यूनिट साइज़ | सब्सिडी (%) | सब्सिडी सीमा (₹ में) |
|---|---|---|---|
| बकरी पालन इकाई (कमर्शियल) | 10+1, 20+1, 50+2 आदि | 40% (SC/ST/महिला), 30% अन्य | ₹1.5 लाख – ₹25 लाख तक |
| ब्रीडिंग फार्म | 100+ बकरियां | 50% तक | ₹50 लाख तक |
| चारा विकास (फॉडर प्लांटेशन) | निजी भूमि/समूह | 50% | ₹4 लाख तक |
| फ़ीड प्रोसेसिंग यूनिट | छोटे स्तर पर | 40% | ₹6 लाख तक |
एक बकरी पालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट (सैंपल), जो आप बैंक और नाबार्ड सब्सिडी योजना में उपयोग कर सकते हैं
बकरी पालन परियोजना रिपोर्ट (10 बकरियां + 1 बकरा)
किसान का नाम: राम सिंह
ग्राम: XYZ, जिला: ABC
संपर्क: 9876XXXXXX
परियोजना का उद्देश्य:
ग्रामीण क्षेत्र में बकरी पालन कर आर्थिक आत्मनिर्भरता प्राप्त करना और दूध, मांस एवं बच्चों की बिक्री से आय अर्जित करना।
कुल लागत का ब्यौरा:
| क्र. | मद | अनुमानित लागत (₹) |
|---|---|---|
| 1. | 10 बकरियां (₹5,000 प्रति) | ₹50,000 |
| 2. | 1 बकरा (₹7,000 प्रति) | ₹7,000 |
| 3. | बाड़ा/शेड निर्माण | ₹25,000 |
| 4. | चारा व दाना (6 माह) | ₹10,000 |
| 5. | टीकाकरण व दवा | ₹3,000 |
| 6. | जल व्यवस्था व बर्तन | ₹2,000 |
| 7. | अन्य अप्रत्याशित खर्च | ₹3,000 |
| कुल लागत | ₹1,00,000 |
वित्त पोषण स्रोत:
| स्रोत | राशि (₹) |
|---|---|
| स्वयं का अंशदान | ₹20,000 |
| बैंक ऋण (80%) | ₹80,000 |
सब्सिडी का विवरण (NABARD के अनुसार):
| वर्ग | सब्सिडी प्रतिशत | कुल सब्सिडी (₹) |
|---|---|---|
| SC/ST/महिला | 33% | ₹26,400 |
| अन्य सामान्य किसान | 25% | ₹20,000 |
अनुमानित वार्षिक आय:
| विवरण | अनुमान |
|---|---|
| बच्चों की बिक्री (15 बच्चे @ ₹3,000) | ₹45,000 |
| दूध की बिक्री (300 लीटर @ ₹30) (you can sale ,more than ₹30 upto ₹500 | ₹9,000 |
| खाद/गोबर की आय | ₹2,000 |
| कुल वार्षिक आय | ₹56,000 |
ऋण चुकौती योजना:
- ऋण: ₹80,000
- ब्याज: 10% प्रति वर्ष (अनुमानित)
- चुकौती अवधि: 3 वर्ष (6 अर्धवार्षिक किस्तों में)






