जटेला धाम, माजरा (हरियाणा): शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर जटेला धाम में आयोजित विशेष आयुर्वेदिक खीर वितरण महोत्सव में पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और गुजरात से आए लगभग हजारों रोगियों ने उपचारित खीर का प्रसाद ग्रहण किया। यह प्रसाद स्वयं महंत महेंद्र राजेंद्र दास के कर-कमलों से वितरित किया गया। श्रद्धालुओं और रोगियों की भारी भीड़ के कारण माजरा से जटेला धाम के बीच लगभग 7 घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही, लेकिन पुलिस बल, स्वयंसेवकों और साध संगत ने यातायात और व्यवस्था को कुशलतापूर्वक संभाला।
इस अवसर पर दिनभर सत्संग, भंडारा और आयुर्वेद पर आधारित प्रवचनों का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर के प्रख्यात संतों, महर्षियों, वैद्यों और डॉक्टरों ने भाग लिया। इस बार रिकॉर्ड 17,000 टोकन 6 अक्टूबर की शाम तक वितरित हो चुके थे। इतना ही नहीं, न्यूजीलैंड से भी पांच रोगी विशेष रूप से आयुर्वेदिक खीर का सेवन करने के लिए पहुंचे, जिससे यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारतीय आयुर्विज्ञान की प्रतिष्ठा का प्रतीक बन गया।
महात्माओं का संबोधन:
इस मौके पर महंत महेंद्र राजेंद्र दास व सूर्यानंद महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि “साल में 12 पूर्णमासी आती हैं, लेकिन शरद पूर्णिमा के चंद्रमा की किरणों में विशेष आरोग्य शक्ति होती है। इन किरणों से उपचारित खीर रोगों के लिए अमृत तुल्य होती है।” उन्होंने बताया कि यह खीर विशेष जड़ी-बूटियों से युक्त होती है, जो विशेषकर श्वास, दमा, और नजले जैसी बीमारियों में रामबाण सिद्ध होती है।
धार्मिक और वैज्ञानिक समागम:
रात्रि 3:00 बजे से लेकर प्रातः सूर्योदय तक खीर का वितरण और सेवन चलता रहा। जैसे ही चंद्रमा बादलों से बाहर निकलता, भक्तों के मुख से “स्वामी नित्यानंद महाराज की जय” के उद्घोष स्वतः ही गूंज उठते।
भविष्य की योजना – आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज:
जटेला धाम में प्रस्तावित आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज का नक्शा इस आयोजन का विशेष आकर्षण रहा। श्रद्धालुओं और रोगियों ने इसकी निर्माणाधीन इमारत में शरद पूर्णिमा की विशेष पूजा-अर्चना की और इसके शीघ्र पूर्ण होने की कामना की। महंत राजेंद्र दास ने बताया कि मेडिकल कॉलेज पूर्ण होने के बाद 24 घंटे आयुर्वेद आधारित स्वास्थ्य सेवाएं रोगियों को उपलब्ध होंगी, जिससे हर दिन धाम की सेवाओं का लाभ लिया जा सकेगा।
उपस्थित विशिष्टजन:
इस अवसर पर विकास पासौरिया, आशीष कादयान, चांद कादयान, सुरेंद्र कादयान, सरूप साहब, राजा चेयरमैन, करतार सिंह, रघुबीर थानेदार, डॉक्टर चरण सिंह, डॉक्टर रवि गोदारा, जयवीर (प्रांत मार्ग प्रमुख हरियाणा), सुनील कादयान माजरा, संजय सिंह सिवाना सहित सैकड़ों गणमान्य लोग उपस्थित रहे।



















