झज्जर जिले के माजरा गांव की बेटी कुमारी करीना कादयान ने पूरे देश में मिसाल कायम की है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाली करीना ने सीएसआईआर परीक्षा में देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह उपलब्धि न केवल हरियाणा बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है।
करीना ने कठिन परिश्रम और अनुशासन के बल पर यह सफलता हासिल की। उन्होंने बताया कि वह रोजाना 16 से 18 घंटे पढ़ाई करती थीं और लगातार मॉक टेस्ट व स्वमूल्यांकन से अपनी तैयारी को निखारा। उनके पिता सोमवीर सिंह, एक साधारण किसान हैं और मां पिंकी देवी गृहिणी हैं। परिवार की साधारण पृष्ठभूमि के बावजूद करीना ने शिक्षा की ऊँचाइयों को छूकर साबित कर दिया कि समर्पण और मेहनत से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है।
करीना की शिक्षा की नींव माजरा के सीआर सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पड़ी, जहाँ उन्होंने उत्कृष्ट अंक प्राप्त किए। इसके बाद महारानी किशोरी बाई जाट कॉलेज से बीएससी और चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा से माइक्रोबायोलॉजी में एमएससी में गोल्ड मेडल हासिल किया। अब वह आईआईटी से पीएचडी कर अध्यापन और शोध के क्षेत्र में देश की सेवा करना चाहती हैं।
उनकी इस सफलता पर गांव और क्षेत्र में खुशी की लहर है। करीना के परिवार, शिक्षकों और गांववासियों का कहना है कि यह उपलब्धि युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। सीआर स्कूल के निदेशक मास्टर जय भगवान ने कहा कि करीना शुरू से ही मेधावी छात्रा रही हैं और उसने इतिहास रचकर सभी को मेहनत करने का संदेश दिया है।
करीना की इस सफलता ने साबित किया है कि गांव-देहात में रहते हुए भी शिक्षा और परिश्रम से वैश्विक स्तर की उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं।



















