बिहार दौरे पर आए भारत के उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने शनिवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 123वीं जयंती के अवसर पर सारण जिले के सीताब दियारा गांव में स्थित उनके राष्ट्रीय स्मारक पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर बलिया (यूपी) के पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, सारण के डीएम, डीआईजी, एसएसपी सहित कई प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
उपराष्ट्रपति ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण के पैतृक घर का भी दौरा किया, जहाँ उनके अभिलेख और स्मृति चिन्ह संरक्षित हैं। इसके अलावा उन्होंने लाला टोला, सीताब दियारा में स्थित जयप्रभा स्मृति भवन की प्रदर्शनी गैलरी और प्रभावती पुस्तकालय का भ्रमण भी किया। यह पुस्तकालय जेपी की धर्मपत्नी प्रभावती देवी की स्मृति में स्थापित है।
उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा,
“भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर मैं एक सच्चे लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के समर्थक की विरासत को नमन करता हूं। निडर स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक और दूरदर्शी नेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने अपना जीवन राष्ट्र की सेवा में समर्पित कर दिया।”
उन्होंने आगे लिखा कि
“19 साल की उम्र में मुझे उनके ‘संपूर्ण क्रांति’ आंदोलन में भाग लेने का अवसर मिला। उनका दृष्टिकोण और आदर्श मुझे और अनगिनत अन्य लोगों को न्यायसंगत एवं स्वतंत्र भारत के निर्माण की प्रेरणा देते हैं। मेरी कामना है कि उनकी विरासत हमेशा हमारे लिए मार्गदर्शक बनी रहे।”
बिहार आगमन पर पटना एयरपोर्ट पर उपराष्ट्रपति का राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।

















